गहलोत साथ देते तो मैं भी सीएम होता
वरिष्ठ विधायक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरी भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा थी लेकिन कई बार इच्छा का दमन भी करना पड़ता है। मैंने भी कभी सरकार गिराने की कोशिश की थी लेकिन उस वक्त अशोक गहलोत ने मेरा साथ नहीं दिया वरना मैं भी तब सीएम बन गया होता। उस बात का मलाल मुझे आज भी है।
मेरी मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं
वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को उनका हक मिलना चाहिए, मेरी मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। अगर गहलोत मुझे मंत्री बनाएंगे तब भी मैं मंत्री नहीं बनूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने सीएम से विप्र कल्याण बोर्ड बनाने की मांग की है। जल्द ही विप्र कल्याण बोर्ड का गठन होना चाहिए।
मेरी जनता के काम नहीं हो रहे थे इसलिए मानेसर गया था
वरिष्ठ विधायक ने कहा कि मेरे क्षेत्र की जनता के काम नहीं हो हो रहे थे इसलिए मैं पायलट कैंप के साथ मानेसर गया था लेकिन अब जो-जो वादे मुख्यमंत्री ने हमसे किए थे वह सब वादे पूरे हो रहे हैं। सबके काम पूरे हो रहे हैं।
सचिन पायलट से ऊपर है गहलोत
वरिष्ठ विधायक शर्मा ने कहा कि मैं सचिन पायलट को भी नेता मानता हूं लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उन से ऊपर है। उन्होंने साफ किया कि गहलोत मेरे नेता थे मेरे नेता रहेंगे। कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन अपना काम कर रहे हैं।
आज कौन किसके साथ पता नहीं चलता
वरिष्ठ विधायक ने कहा कि बयान देना अलग बात और काम होना अलग बात है। आज पता ही नहीं चलता कौन किसके साथ है। सुबह मैं किसी के साथ वह शाम को किसी और के साथ हूं, राजनीति में सब चलता रहता है।
भाजपा में नहीं जाएंगे पायलट
वरिष्ठ विधायक भंवर लाल शर्मा ने स्पष्ट किया है कि सचिन पायलट किसी भी कीमत पर भाजपा में नहीं जाएंगे। कांग्रेस में सब कुछ एकजुट है। जबकि भाजपा के भीतर गुटबाजी बहुत ज्यादा है, भाजपा खुद अंतर कलह से जूझ रही है।
राहुल गांधी को अध्यक्ष बनना चाहिए
वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब राहुल गांधी को अध्यक्ष पद की कमान संभालने चाहिए। राहुल गांधी अब मैच्योर नेता हो गए हैं और अकेले ही मोदी सरकार और भाजपा से लड़ रहे हैं।
किसी के फोन टेप नहीं हुए
वरिष्ठ विधायक भंवरलाल शर्मा ने दावा किया कि सरकार में किसी विधायक के फोन टेप नहीं हो रहे हैं यह केवल भ्रामक बातें हैं। साथ भंवर लाल शर्मा ने यह भी कहा कि किसी भी मामले को शांत कराने के लिए ही कमेटियां बनाई जाती है। गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से गठित कमेटी के द्वारा 10 माह बाद भी पायलट कैंप की सुनवाई नहीं करने से नाराजगी बढ़ती जा रही है जो अब खुलकर सामने आ चुकी है। पायलट कैंप के कई विधायक इन दिनों खूब बयानबाजी कर रहे हैं। तो वहीं पायलट के साथ-साथ आप गहलोत कैंप के विधायकों ने भी मंत्रिमंडल फेरबदल विस्तार की बात छोड़ दी है।