इससे पहले शनिवार को मतदान के बाद देर रात सरपंचों और वार्च पंचों का परिणाम जारी किया गया। शनिवार को गांवों की सरकार बनाने के लिए युवा ही नहीं बुजुर्गों का जज्बा महामारी पर भारी पड़ा। युवा, व्यस्क और बुजुर्गों ने जमकर मतदान किया।
मतदान समाप्ति तक रिकॉर्ड 84.67 फीसदी मतदान हुआ । । सर्वाधिक मतदान बाड़मेर जिले की रामसर पंचायत समिति में हुआ, जहां 92.75 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पहले चरण में भी मतदान का आंकड़ा 83 फीसदी के पार पहुंचा था।
हालांकि मतदान के दौरान कई जगह सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ती नजर आई। मतदाता मास्क जरूर लगा कर आए लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं कर पाए। हालांकि मतदान केंद्रों पर मास्क लगाकर आने वाले मतदाताओं और थर्मल स्कैनिंग के बाद ही प्रवेश दिया गया।
कोई अपने परिजनों के साथ मतदान केंद्र पर पहुंचा तो कोई व्हील चेयर पर अपना वोट डालने पोलिंग बूथ पहुंचा। तो कोई अपने बुजु्र्गों को गोद में बैठा कर मतदान केंद्र तक पहुंचा। मतदान को लेकर गांवों में मेले जैसा माहौल देखने को मिला।
12 बजे बाद मतदान ने पकड़ी रफ्तार
हालांकि मतदान सुबह 7.30 बजे ही शुरू हो गया था, लेकिन शुरुआत में मतदान धीमा रहा। दोपहर 12 बजे के बाद मतदान ने रफ्तार पकड़ी। सुबह 10 बजे तक 18.79 फीसदी ही मतदान हो पाया था। दोपहर 12 बजे तक आंकड़ा 38 फीसदी के पार पहुंचा। दोपहर तीन बजे तक 66.72 फीसदी और शाम 5.30 बजे मतदान समाप्ति तक 83.2 फीसदी मतदान रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया।