ऐसे में इसकी संभावना नहीं के बराबर है, क्योंकि 5 महीने के बाद आचार संहिता लग जाएगी और बजट घोषणाओं का धरातल पर उतरना संभव नहीं है। वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज भी बजट पर रिप्लाई के दौरान लोकलुभावन घोषणाएं करने वाले हैं लेकिन यह घोषणाएं भी कागजी साबित होकर रह जाएंगी।
वहीं भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केवल थोथी घोषणाएं करते हैं। पहले की बजट घोषणा ही पूरी नहीं हुई है और आज भी मुख्यमंत्री बड़ी बड़ी घोषणाएं करके केवल सदन में मेज थपथपाने का काम करेंगे।
राजस्थान में कानून व्यवस्था लचर
राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा विधायक रामलाल शर्मा और वासुदेव देवनानी ने गहलोत सरकार पर हमला बोला है। भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर है, हत्या और गैंगवार की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
मर्डर केस में एक मंत्री के भतीजे का नाम सामने आ रहा है। एक विधायक को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है, राजस्थान का आमजन अब इस बात का इंतजार कर रहा है कि कब 23 नवंबर आएगा और इस सरकार की विदाई तय हो। रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कुछ नहीं बोलते हैं।
कांग्रेस में अंतर्विरोध पड़ेगा भारी
वहीं कांग्रेस में चल रहे हैं अंतर्विरोध को लेकर भाजपा विधायकों ने कहा कि कांग्रेस में अंतर्विरोध कांग्रेस पार्टी को पाताल में लेकर जाएगा। भाजपा विधायक वासुदेव देवनानीने कहा कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत एक-दूसरे को निपटाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस पाताल में ही क्यों ना चले जाए इनकों इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। अशोक गहलोत ने राजस्थान में आलाकमान को चुनौती दे रखी है। राहुल गांधी चाहते हैं कि अडानी के साथ कोई संबंध नहीं रखा जाए तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अडानी के लिए राजस्थान में पलक पावडे बिछाए हुए हैं।
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में अंतर्विरोध उनका आंतरिक मामला है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए अपने विधायकों को दबाव में लेकर पहले इस्तीफे दिलवाए फिर वापस ले लिए, यह सही नहीं है।
संसदीय परंपराओं का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट की समस्याओं का समाधान के लिए आलाकमान ने 3 सदस्य कमेटी बनाई थी लेकिन उसका भी कुछ नहीं हुआ। उसके बाद एक लाइन का प्रस्ताव लेने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन जयपुर आए तो कांग्रेस के विधायकों ने उन्हें चुनौती दी थी। राजस्थान कांग्रेस के नेता अपने आलाकमान के फैसले को ही नहीं मानते हैं।
वीडियो देखेंः– भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी का बयान | Vasudev Devnani