मुख्यमंत्री तो क्या किसी भी दौड़ में नहीं : माथुर
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद ओमप्रकाश माथुर ने सोमवार को राजस्थान पत्रिका से बातचीत में उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि माथुर राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का विकल्प हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री पद तो क्या किसी अन्य पद की किसी भी दौड़ में नहीं है। वे संगठन के कर्मठ सिपाही है और पार्टी की मजबूती के साथ कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम एक कार्यकर्ता के रूप में करते रहेंगे।
उन्होंने साफ किया कि, उन्होंने कहीं भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं जताई। मुख्यमंत्री राजे के साथ उनके रिश्तों की चर्चा कई बार हुई कि उनके रिश्ते कड़वाहट भरे हैं। उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार करते हुए इसे मीडिया की देन बताया। मुख्यमंत्री के तीन घंटे तक दिल्ली स्थित आवास पर इंतजार करने को लेकर उन्होंने साफ किया कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए पार्टी की अंदरूनी व्यवस्था है, जिसमें मुख्यमंत्री हो या प्रदेश अध्यक्ष, हर पदाधिकारी पहले कार्यकर्ता है।
‘शेखावत का नाम अन्य संभावितों की तरह ही चर्चा में’
राजस्थान भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एक नाम पर पार्टी नेताओं के बीच आमराय नहीं बन पा रही है। नाम पर बन रहे इस सस्पेंस के बीच अब भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद ओमप्रकाश माथुर का बयान आया है। माथुर ने कहा है कि पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए गजेन्द्रसिंह शेखावत का नाम अन्य संभावितों की तरह ही चर्चा में है। संगठन किसी को जिम्मेदारी नहीं देता तब तक कई नाम चर्चा में रहेंगे।
माथुर ने सोमवार को यहां राजस्थान पत्रिका से बातचीत में कहा, मैं किसी भी पद की दौड़ में नहीं हूं। काकराड़ी गांव को गोद लेते समय मुख्य कार्यकारी अधिकारी को हटाने के विवाद पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से कभी कोई कड़वाहट नहीं रही। सरकार ने जो निर्णय किया, उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।