दरअसल त्रिवेणी नदी में पानी की आवक बहुत कम हो गई है। त्रिवेणी नदी इस समय 3 मीटर के गेज के साथ बह रही है। क्षेत्र में अभी बारिश नहीं हो रही है। मानसून भी विदाई की ओर से अग्रसर है। ऐसे में नदी में पानी की आवक लगातार कम ही होनी है। इधर बांध अपनी भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर पूरा कर चुका है। वहीं बीसलपुर बांध से रोजाना पानी की सप्लाई की जा रही है। ऐसे में अब बांध का एक गेट भी बंद करने की तैयारी है। गेट बंद करने के तीन प्रमुख कारण हैं। पहला नदी में आवक कम हो गई है। दूसरा बारिश नहीं हो रही है और तीसरा बांध से पानी की सप्लाई हो रही है।
बीसलपुर बांध में छह सितम्बर को गेट खोले गए थे। सुबह नौ बजे सायरन बजाया और 11 बजे बांध के दो गेट खोल दिए गए। इसके बाद शाम पांच बजे तक चार गेट और खोले गए थे। बाद में बांध के अधिकतम छह गेट दो से तीन मीटर की हाइट से खोले गए थे।
त्रिवेणी नदी भी इस बार रेकॉर्ड तोड़ते हुए 4.30 मीटर गेज के साथ बही। यह इस मानसून का सर्वाधिक गेज रहा है। बांध खोलते समय भी नदी का गेज यही था। इस कारण बांधों के गेटों की संख्या व हाइट लगातार बढ़ाई जाती है।
इस बार बीसलपुर बांध ने एक नया रेकॉर्ड बनाया। अब तक बांध के गेट छह बार खोले गए थे। हर बार बांध के गेट अगस्त माह में खुले हैं। पहली बार ऐसा हुआ कि बांध के गेट सितम्बर माह में खुले हैं।