केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अब इस परियोजना पर 40 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसमें से 90 प्रतिशत अनुदान केन्द्र सरकार देगी। राज्य सरकार को सिर्फ 10 प्रतिशत राशि यानि करीब 4 हजार करोड़ रुपए ही देने होंगे। इसमें राजस्थान के 21 जिलों को फायदा मिलेगा। इसमें पूर्वी राजस्थान के करीब तीन कराेड़ लोगों को पानी मिलेगा। शेखावत ने बताया कि पीने के पानी के साथ ही सिंचाई और उद्योगों के लिए भी पानी मिलेगा।
राजस्थान में भाजपा संगठन में जल्द ही होगा ये बड़ा फेरबदल
शेखावत ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को ही अधिकारियों को निर्देश दे दिए कि नदी जोड़ो परियोजना में राजस्थान में जहां-जहां जमीन लेने की जरूरत हो, उसे चिह्नित करने का काम शुरू कर दें और इसके लिए अलग से अधिकारी भी लगा दिया जाए ताकि जल्द से जल्द यह काम शुरू कर दिया जाए।
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि जल्द ही हम हरियाणा के साथ चल रहे यमुना जल विवाद का भी समाधान निकालेंगे। इससे झुंझुनूं, सीकर और चूरू की जनता को फायदा मिलेगा।
अफसर ले गए फायदा, विदेश शिक्षा का सपना लेकर गए छात्र कर्ज में डूबे
केन्द्रीय मंत्रीने आरोप लगाया कि पांच साल तक कांग्रेस सरकार ने इस पर सिर्फ राजनीति करने का काम किया। तेरह जिलों के लिए प्रदेश की लाइफ लाइन राजनीतिक परियोजना को राजनीतिक अपेक्षा के आधार पर हथियार के रूप में उपयोग लिया गया, जिससे राजस्थान पीछे चला गया। पूर्व सीएम अशोक गहलोत के लिए शेखावत ने कहा कि शब्दों से कोई जादूगर नहीं बन जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे नकारा, निकम्मा जैसे आभूषण पहनाए गए।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह ने रविवार को ईआरसीपी के तहत कोटा जिले में कालीसिंध नदी पर बन रहे नोनेरा एबरा बांध और टोंक के पास ईसरदा बांध के निर्माण कार्य का जायजा लिया और इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। नोनेरा बांध इस परियोजना का पहला बांध है। इसका करीब 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री को जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजेंद्र पारीक ने प्रजेंटेशन दिया और इसकी निर्माण प्रगति की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। लौटते वक्त सीएम और केन्द्रीय मंत्री ने बांध के काम का हवाई निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बनेठा कस्बे के समीप बनास नदी पर निर्माणाधीन ईसरदा बांध का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों की बैठक भी ली। बांध के निर्माण की प्रगति जानी। इसके अलावा हेलीकॉप्टर से बांध का हवाई जायजा भी लिया।
झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, करौली, धौलपुर, भरतपुर, डीग, दौसा, अलवर, खैरथल-तिजारा, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, कोटपूतली-बहरोड़, अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, टोंक, दूदू