बता दें कि 25 जनवरी को मैक्रों के साथ शीर्ष अधिकारियों और सीईओ समेत 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है। 25 जनवरी को स्वागत समारोह के बाद राष्ट्रपति मैक्रों और पीएम मोदी के साथ रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा, समुद्री सुरक्षा, शिक्षा, रक्षा उपकरणों का स्वदेशी निर्माण, प्रवासन और गतिशीलता और इंडो-पैसिफिक जैसे मुद्दों पर उनकी द्विपक्षीय बैठक और दिन के अंत तक घोषणाएं होने की उम्मीद है।
हवा महल का दौरा करेंगे दोनों नेता
जानकारी के मुताबिक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पीएम मोदी आमेर का किला, हवामहल और जंतर-मंतर भी जा सकते हैं। इसके अलावा जयपुर में ही दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। मैक्रॉन की यह यात्रा इस बात को दर्शाता है कि क्यों फ्रांस को भारतीय कूटनीति में नये रूस के तौर पर देखा जाता है। आगामी गणतंत्र दिवस में मेहमान बनने के लिए भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को आमंत्रित किया था। बाइडन के मना करने के बाद अंत समय में फ्रांसीसी राष्ट्रपति के कार्यालय से बात की गई और मैक्रों ने द्विपक्षीय रिश्तों की अहमियत को देख कर यात्रा को हरी झंडी दिखाई।
शाही डिनर करेंगे फ्रांसीसी राष्ट्रपति
सबसे दिलचस्प बात ये है कि इस बार फ्रांसीसी राष्ट्रपति के सम्मान में शाही डिनर कार्यक्रम जयपुर में रखा गया है, लेकिन भोजन और आयोजन स्थल कार्यक्रम उसी तरह से होने की संभावना है, जिस तरह का कार्यक्रम प्रधानमंत्री मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान किया गया था।