शहर के 500 से अधिक मंदिरों में भगवान को नए अन्न से तैयार पकवानों सहित अन्य व्यंजनों का भोग लगाया गया। आरती के बाद भक्तों ने पंगत प्रसादी ग्रहण की। गोविंद देवजी मंदिर में ठाकुर जी को दो दर्जन से अधिक सब्जियों तथा 56 भोग सहित अन्य व्यंजनों का भोग लगाया गया। महंत अंजन गोस्वामी ने बताया कि ठाकुरजी को सुनहरी पोशाक धारण करा साढ़े तीन क्विंटल अन्नकूट का भोग लगाया गया। बाद में भक्तों को प्रसादी वितरित की गई।
अक्षरधाम मंदिर में 1001 व्यंजनों का भोग
भगवान को 1001 से अधिक प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। इनमें राजस्थानी, गुजराती, दक्षिण भारतीय, उत्तर भारतीय एवं अन्य क्षेत्रीय व्यंजनों के साथ-साथ देश-विदेश के व्यंजनों की आकर्षक झांकी सजाई गई। इस मौके पर मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ व भाजपा नेता सतीश पूनिया सहित अन्य अतिथियों ने गोवर्धन पर्वत के साथ ही गो माता की पूजा की।
बालान्दाचार्य मठ में पंचामृत अभिषेक
पुरानी बस्ती बालान्दाचार्य मठ में ठाकुर सीताराम जी को पंचामृत अभिषेक करवाया। महंत महेश दास और नरहरिदास ने बताया किउन्हें अन्नकूटका भोगलगाया गया। हिंगोनिया गोशाला में भी झांकी सजाई गई। रघुपतिदास ने बताया कि भक्तों ने गोसेवा भी की।
कृष्ण बलराम मंदिर में 21 फीट की झांकी
जगतपुरा स्थित कृष्ण बलराम मंदिर में भक्तों ने भगवान गोवर्धन की पूजा कर संकीर्तन किया। नदियों और तीर्थों के पवित्र जल तथा गाय के गोबर से तैयार की गई 21 फीट लंबी गोवर्धन पर्वत की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। भगवान कृष्ण बलराम को अनाज की विशेष पोशाक धारण कराई गई। भक्तों ने 108 प्रकार के पकवान तैयार करके भोग लगाया।