लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
दुर्गापुरा व सांगानेर रेलवे स्टेशन घनी आबादी क्षेत्र में स्थित हैं। यहां यात्री सुविधाओं में विस्तार किया जाए तो लाखों लोगों का फायदा मिलेगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि दोनों स्टेशन की वर्तमान स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों के स्टेशनों जैसी है। इन स्टेशनों का भी कायाकल्प होना चाहिए।
रोजाना गुजरती हैं 100 से ज्यादा ट्रेन
दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से रोजाना 100 से ज्यादा ट्रेन गुजरती है, लेकिन 66 ट्रेन का ही ठहराव होता है। इनमें 5 से 6 हजार लोगों की आवाजाही होती है। इधर, सांगानेर स्टेशन का हाल भी ऐसा ही है। यहां पर महज 8 ट्रेन ही रुकती हैं। इस कारण यहां यात्री भार 500 से भी कम है। एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेन में सफर करने के लिए यात्रियों को सांगानेर से जयपुर जंक्शन जाना पड़ता है।
इन सुविधाओं का अभाव
इन दोनों रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं कम है। प्लेटफार्म पर शेड पूरी तरह कवर नहीं है। जिससे यात्रियों को बारिश और धूप में परेशानी का सामना करना पड़ता है। पानी, शौचालय की सुविधाएं भी पर्याप्त नहीं है। यहां रिजर्वेशन काउंटर भी 12 घंटे तक नहीं खुलते हैं। दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन का वेङ्क्षटग हॉल भी खस्ताहाल है। सांगानेर स्टेशन पर यह सुविधा ही नहीं है।