जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय की आचार्य द्वितीय वर्ष के दूसरे सैमेस्टर की परीक्षा 14 जुलाई से होगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ. कैलाश शर्मा ने बताया कि प्रदेश के 24 केंद्रों पर एक पारी में होने वाली परीक्षा 19 जुलाई तक चलेगी। शास्त्री तृतीय वर्ष की सैमेस्टर परीक्षा 21 जुलाई से शुरू होगी। परीक्षार्थियों को डेढ़ घंटे का समय दिया गया है। नकल रोकने के लिए उडनदस्तों का गठन किया गया है।
प्रांतीय बैठक में चुनी कार्यकारिणी
भारतीय इतिहास संकलन समिति जयपुर प्रांत की प्रांतीय बैठक बुधवार को पाथेय भवन में आयोजित की गई। जिसमें भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय और सह संगठन मंत्री संजय भी शामिल हुए। संजय ने इतिहास के पाठ्यक्रम और एनसीईआरटी में हो रहे बदलाव और इसके 2023 से लागू होने की बात कही और संगठन की कार्ययोजना जिला इकाई तक मजबूत करने का आह्वान किया। बैठक के दूसरे सत्र में चुनाव अधिकारी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विमल प्रसाद अग्रवाल ने डॉ. गोपाल शरण गुप्ता को जयपुर प्रांत के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित किया। डॉ. अशोक सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष, जयंती लाल को महामंत्री, धर्मपाल यादव को संगठन मंत्री, भोजराज दाधीच और नीरज त्रिपाठी को उपाध्यक्ष चुना गया। बृजेशसिंह पुंडीर सचिव और डॉ योगेंद्र सिंह नरुका का प्रांतीय प्रमुख चुना गया। बैठक के तीसरे सत्र में डॉ. ओमेंद्र रत्नू ने अपनी पुस्तक महाराणा सहस्र वर्षो का धर्मयुद्ध पर मेवाङ का विस्तृत इतिहास पर ओजस्वीपूर्ण उद्बोधन दिया साथ ही पिछले 1300 वर्ष के इतिहास को हमारे संघर्ष का इतिहास बताया।
भारतीय इतिहास संकलन समिति जयपुर प्रांत की प्रांतीय बैठक बुधवार को पाथेय भवन में आयोजित की गई। जिसमें भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय और सह संगठन मंत्री संजय भी शामिल हुए। संजय ने इतिहास के पाठ्यक्रम और एनसीईआरटी में हो रहे बदलाव और इसके 2023 से लागू होने की बात कही और संगठन की कार्ययोजना जिला इकाई तक मजबूत करने का आह्वान किया। बैठक के दूसरे सत्र में चुनाव अधिकारी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विमल प्रसाद अग्रवाल ने डॉ. गोपाल शरण गुप्ता को जयपुर प्रांत के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित किया। डॉ. अशोक सिंह को कार्यकारी अध्यक्ष, जयंती लाल को महामंत्री, धर्मपाल यादव को संगठन मंत्री, भोजराज दाधीच और नीरज त्रिपाठी को उपाध्यक्ष चुना गया। बृजेशसिंह पुंडीर सचिव और डॉ योगेंद्र सिंह नरुका का प्रांतीय प्रमुख चुना गया। बैठक के तीसरे सत्र में डॉ. ओमेंद्र रत्नू ने अपनी पुस्तक महाराणा सहस्र वर्षो का धर्मयुद्ध पर मेवाङ का विस्तृत इतिहास पर ओजस्वीपूर्ण उद्बोधन दिया साथ ही पिछले 1300 वर्ष के इतिहास को हमारे संघर्ष का इतिहास बताया।