ऑनलाइन मैपिंग व रजिस्ट्रेशन से प्रत्येक खदान पर मैनेजर की नियुक्ति होगी। श्रमिकों को श्रम पहचान संख्या मिलने से दुर्घटना पर बीमा क्लेम, चिकित्सा सुविधा सहित श्रम रोजगार की योजनाओं का लाभ मिलेगा।
खान सुरक्षा महानिदेशालय (अजमेर) के क्षेत्र के अधीन जोधपुर, भीलवाड़ा, टोंक, नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, जयपुर, सीकर, झुंझुनू, चूरू, अजमेर, बूंदी, कोटा, दौसा सहित बीकानेर, हनुमानगढ़ व पाली जिले शामिल है।
15000 खदाने महानिदेशालय के क्षेत्राधिकार में।
4215 खदानें ही रजिस्टर्ड महानिदेशालय के क्षेत्राधिकार में।
80000 से अधिक श्रमिक कार्य कर रहे।
12000 क्वारी लाइसेंस (छोटी माइंस)जोधपुर जिले में।
800 खनन पट्टै (जो एक या एक से अधिक हैक्टेयर क्षेत्र में हो) जोधपुर जिले में।
इनका कहना है…
महानिदेशालय के क्षेत्राधीन जिन खदानों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, उनके रजिस्ट्रेशन के लिए खनि अभियंताओं को निर्देश दिए है।
—सुरजीत कटेवा, उप निदेशक, खान सुरक्षा महानिदेशालय, अजमेर। खान सुरक्षा महानिदेशालय की ओर से जिन खदानों का रजिस्ट्रेशन नहीं है, उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। जो वर्तमान में प्रक्रियाधीन है। इस संबंध में महानिदेशालय के निर्देशानुसार कैम्प भी आयोजित किए जाएंगे। – —श्याम चौधरी, खनि अभियंता, जोधपुर।