CG Naxal Attack: अबुझमाड़ में गुरुवार सुबह 11 बजे फोर्स और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। मुठभेड़ नारायणपुर और बीजापुर के सरहदी इलाके में स्थित कोरोवाय और रेकावाय के घने जंगल में हुई। अबुझमाड़ में टॉप नक्सल लीडर्स की मौजूदगी की सूचना पर नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बस्तर पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन लॉंच किया था। इसमें हजार जवान शामिल थे। जवानों ने सात वर्दीधारी नक्सलियों को ढेर कर दिया।
मारे गए नक्सलियों के पास से सात हथियार भी मिले हैं। 10 से 12 नक्सलियों के घायल होने की भी खबर है। फोर्स को सूचना मिली थी अबुझमाड़ के रेकावाया इलाके में बड़े नक्सल लीडर मौजूद हैं। (Bastar naxal attack) इसी सूचना के आधार पर पुलिस फोर्स ने संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया। जिसमें दंतेवाड़ा, बस्तर और नारायणपुर जिले से डीआरजी और और एसटीएफ के लगभग 1 हजार से ज्यादा जवान ऑपरेशन पर निकले थे।
CG Naxal Attack: टॉप लीडर्स बच निकलने में सफल रहे
नक्सलियों के प्लाटून नम्बर 16 और इंद्रावती एरिया कमेटी के शीर्ष लीडरों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर तीन जिलों की पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन लॉंच किया था। (CG naxal attack) इसमें नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले से डीआरजी, बस्तर फाइटर एव एसटीएफ की संयुक्त टीमें सर्चिंग के लिए रवाना हुई थीं।
इस सर्चिंग के दौरान नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र रेकावाया में गुरुवार की सुबह 11 बजे सुरक्षा बल एव नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में फोर्स को भारी पड़ता देख टॉप लीडर्स भाग निकले। हालांकि फोर्स इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है। (CG Naxal Attack) मुठभेड़ थमने के बाद भी फोर्स इलाके की सर्चिंग में जुटी हुई है।
बस्तर में दिसंबर से जारी एनकाउंटर में अब तक 110 नक्सलियों को फोर्स ने ढेर कर दिया है। अप्रैल और मई के महीने में सबसे ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। (CG naxal attack) गुरुवार को नारायणपुर के अबुझमाड़ में हुई मुठभेड़ से पहले फोर्स ने बीजापुर के पीडिय़ा में १२ नक्सलियों को ढेर किया था।
हालांकि अभी यह मुठभेड़ विवादों के घेरे में है। पुलिस इसे मुठभेड़ (CG naxal attack) बता रही है तो वहीं दूसरा पक्ष इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए जांच की मांग कर रहा है। 10 मई को हुई पीडिय़ा मुठभेड़ के बाद से फोर्स खामोश थी लेकिन 13 दिन बाद उसने फिर 7 नक्सलियों को सफाया करते हुए अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं।
नक्सलवाद का खात्मा ही सरकार का लक्ष्य
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा- नारायणपुर-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों की बीच हुई मुठभेड़ में 7 नक्सलियों के मारे जाने की खबर आ रही है। (Bastar naxal attack) निश्चित ही सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। उनके साहस को सलाम करता हूं। नक्सलवाद के खिलाफ हमारी सरकार मजबूती से लड़ाई लड़ रही है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है।
CG Naxal Attack: नहीं बक्शे जाएंगे आतंकी
बीते चार महीने में फोर्स ने अलग-अलग मुठभेड़ में 91 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जो यह बताता है कि फोर्स अब बस्तर में गियर बदल चुकी है। (Bastar naxal attack) पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। बीते अप्रैल के महीने में ही 50 नक्सली मारे गए हैं।
बस्तर में सर्जिकल स्ट्राइक
बीते चार महीने में फोर्स ने अलग-अलग मुठभेड़ में 91 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जो यह बताता है कि फोर्स अब बस्तर में गियर बदल चुकी है। (CG naxal attack) पिछले चार दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नक्सली मारे गए हैं। बीते अप्रैल के महीने में ही 50 नक्सली मारे गए हैं।
घने जंगलों में जवान चला रहे सर्चिंग ऑपरेशन
नक्सलियों का खात्मा करने जवानों ने कार्रवाई तेज कर दी है। एक तरफ जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते है उनके लिए पुलिस अधिकारी बस्तर के इलाकों में जा-जाकर अभियान चला रहे है। (Bastar naxal attack) पुलिस द्वारा अभियान चलाने से नक्सली प्रेरित होकर आत्मसमर्पण कर रहे है। वहीं कुछ आतंकी जंगलों में छिपकर उत्पात मचा रहे है। इन आतंकियों के लिए जवान घने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन चला रहे है। बता दें कि 100 दिनों में जवानों ने मुठभेड़ में 105 आतंकियों को मार गिराया है।
CG Naxal Attack: जवानों की बड़ी सफलता
समूचे बस्तर में फोर्स के जवानों का मनोबल भी इस वक्त काफी ऊंचा है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में बीते महीने 16 तारीख को हुई मुठभेड़ (CG naxal attack) में जवानों ने 29 नक्सलियों को जब मार गिराया तो इसे फोर्स की सबसे बड़ी सफलता बताया गया। नारायणपुर जिले में मंगलवार को हुई मुठभेड़ में भी जवानों ने बेहद सुनियोजित तरीके से 10 नक्सलियों को मारा।
131 दिनों में 103 नक्सली ढेर, इनामी आतंकियों का हुआ एनकाउंटर
बस्तर में नक्सलियों का खात्मा करने जवान तेजी से ऑपरेशन चला रहे है। एक और बस्तर के चप्पे-चप्पे में अभियान चलाकर नक्सलियों को आम जिंदगी जीने का मौका दे रहे है। जवानों के अभियान से प्रभावित होकर बहुत से नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। वहीं दूसरी और जंगलों में जवान छिपे हुए खूंखार नक्सलियों पर भी कड़ी कार्रवाई कर रहे है। (Bastar naxal attack) इस कार्रवाई में जवानों ने बड़ी सफलता प्राप्त की है। चार दशक में पहली बार जवान 131 दिनों में 103 नक्सलियों को ढेर किया है।
Hindi News / Jagdalpur / CG Naxal Attack: जब 1000 जवान धड़धड़ा कर घुसे जंगल में, नक्सलियों में मची अफरा-तफरी, 7 हो गए ढेर, 120 दिन में 110 मरे