दरअसल आरक्षण प्रक्रिया में इस वार्ड को चक्र अनुक्रम के तहत इस बार अजजा मुक्त रखा गया है। लेकिन वार्डवासियों की परेशानी यह है कि उनके यहां एक भी व्यक्ति इस वर्ग से नहीं आता है। ऐसे में यह बात तो तय है कि उनके यहां इस बार पंच पद के लिए प्रत्याशी के तौर पर बाहरी व्यक्ति ही खड़े होगा और उन्हें मजबूरी में वोट करना होगा। लोगों में नाराजगी है लेकिन उनकी नाराजगी पर कुछ हो नहीं रहा।
CG Election 2025: पिछली बार भी अजजा महिला वर्ग का था आरक्षण
दरअसल ऐसा नहीं है कि पहली बार इस वार्ड में इस तरह की स्थिति निर्मित हुई हो। बल्कि स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले बार भी यही स्थिति निर्मित हुई थी। गांव के ही संतोष कुमार ने बताया कि पिछले बार धनपूंजी के वार्ड नंबर 7 में अनुसूचित जनजाति महिला के लिए सीट आरक्षित हुई थी। उस वक्त भी बाहर के लोगों को यहां का प्रत्याशी बनाया गया। इस बार उम्मीद थी कि स्थानीय लोग पंच का चुनाव लड़ पाएंगे लेकिन इस बार अनुसूचित जनजाति मुक्त तय किया गया है। ऐसे में फिर से स्थानीय लोगों की उम्मीद टूट गई है। संतोष ने बताया कि वार्ड नंबर 7 की सूची में दो लोगों के नाम अजाजा वर्ग के हैं, लेकिन वे दूसरे वार्ड में रहते हैं। गलती से यहां पर उनके नाम दर्ज हो गए हैं। इस वार्ड में आरक्षण के तहत अजजा प्रत्याशी ही कर सकते हैं। दावेदारी लेकिन यहां एक भी उस जाति का नहीं है।
इस बार ऐसे तय होगा आरक्षण
CG Election 2025: 70 वोटर वाले इस धनपूंजी के वार्ड नंबर 7 के लिए जब आरक्षण तय हो रहा था तब यहां वार्ड के लोग भी पहुंचे थे। उन्हें उम्मीद थी कि इस बार ऐसा आरक्षण तय होगा, जिससे स्थानीय लोग पंच में खड़े हो सकेंगे। इसके लिए वार्ड से संतोष कुमार, सोहन लाल, विकास बिसाई, तिरूपति सेठिया, निरंजन बिसाई जैसे युवा पहुंचे हुए थे। लेकिन जैसे ही यहां आरक्षण तय हुआ और बताया गया कि यहां अजाजा मुक्त रहेगा। ऐसे में यहां पहुंचे लोग निराश हो गए। उन्होंने इसके लिए यहां आपत्ति भी दर्ज कराई। उन्होंने साफ कहा कि उनके यहां कोई प्रत्याशी भी मौजूद नहीं है।