उत्पादों की बढ़ रही डिमांड
डॉ शर्मा ने बताया कि आज मछली से जुड़े खाद उत्पादों की डिमांड बढ़ रही है। देश के कई हिस्सों में इसे विविध व्यंजनों के रूप में परोसा जा रहा है। यदि इसको बनाकर बेचा जाए तो आय का भी बेहतरीन जरीया हो सकता है । मछली का आचार, कटलेट बनाना सिखाया गया। डॉ. एसके महाजन, डॉ. सोना दुबे ने आर्थिक की खाने योग्य मछलियों और प्रजातियों की जानकारी दी।
कुलपति ने सर्टिफिकेट देकर किया सम्मानित
पशु चिकित्सा विभाग के डॉ. मनोज पाठक, सीईओ पीएल यादव ने शासन की योजनाओं और लाभों से अवगत कराते हुए हर सहयोग देने की बात कही। प्रशिक्षणार्थियों को कुलपति प्रो. सीता प्रसाद तिवारी ने सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.माधुरी शर्मा एवं आभार डॉ. प्रीति मिश्रा द्वारा किया गया। इस दौरान मुकेश कुमार,एसएम सिंह सहित बीएफएससी छात्र उपस्थित रहे।