कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा के अनुसार, नर्मदा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए चिन्हित स्थानों पर समाज और शासन की सहभागिता से वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत की सीईओ तथा नगर निगम क्षेत्र में नगर निगम आयुक्त को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में नर्मदा नदी के किनारे किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा गया कि, जैविक एवं प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनके उत्पादों की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग भी की जाएगी।
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बैठक में इन बातों में हुआ फैसला
बैठक में ये भी तय हुआ कि, नर्मदा नदी के जिले में स्थित प्रमुख घाटों को साफ-सुथरा रखने नियमित तौर पर साफ-सफाई की व्यवस्था की जाएगी। घाटों पर पॉलीथिन की थैलियों के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंधों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा। इसके साथ ही, नदी के दोनों तरफ तटों पर 300 मीटर के दायरे में सघन वृक्षारोपण किया जाएगा और नर्मदा तट पर खेती कर रहे किसानों को फलदार पौधे लगाने प्रोत्साहित किया जाएगा।
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