कलेक्टर बोले- यह शुद्ध धोखाधड़ी 7 स्कूलों की सुनवाई
निजी स्कूल संचालकों की मानमानी के खिलाफ आई शिकायतों की जिला प्रशासन खुली सुनवाई कर रहा है। बुधवार को शिकायत दर्ज कराने वाले अभिभावकों और जिन पर आरोप हैं, उन स्कूल संचालकों को आमने-सामने बैठाकर दोनों पक्षों की बातें सुनीं। अभिभावक इस मनमानी से किस कदर त्रस्त हैं, इसका अंदाजा उनकी बातों को सुनकर लगाया जा सकता है। अभिभावकों ने बताया कि पढ़ाई से सबंधित फीस को 15-25 फीसदी तक जबरिया बढ़ा दिया गया है। इतना भर ही नहीं, स्कूल संचालक कथित तौर पर पिज्जा पार्टी कराने के नाम पर 2000 रुपए वसूल रहे हैं। मना करने पर बच्चे को बाहर निकाल देने की धमकी देते हैं। बुधवार की सुनवाई में ज्ञान गंगा आर्केड स्कूल, क्राइस्ट चर्च स्कूल सालीवाड़ा, सत्यप्रकाश पब्लिक स्कूल पोलीपाथर के खिलाफ आई शिकायतों पर सुनवाई हुई। सभी को जवाब देने और व्यवस्था सुधारने की हिदायत दी गई। साथ ही तैयार होने वाले प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
क्राइस्ट चर्च स्कूल प्रबंधन से जब आइएसबीएन नंबर के बारे में कलेक्टर ने सवाल किया तो आए लोग बगलें झांकने लगे। कलेक्टर ने आइएसबीएन के बारे में जानकारी दी और फर्जी बुकों के बारे में बताया। नसीहत दी कि यदि इस तरह का कृत्य किया गया तो धारा 468 के तहत 7 साल की सजा धोखाधड़ी जैसा मामला भी कायम किया जा सकता है। स्कूल प्रबंधन से पहुंचे क्षितिज जैकेब, एमएल साठे, एकता पीटर्स आदि को कलेक्टर ने नसीहत दी, पुरानी गलतियों को सुधारने के लिए कहा। ज्ञानगंगा आर्केड स्कूल प्रबंधन से आए अभिलाष केशरवानी, मनु से तमाम गड़बडियो को लेकर कलेक्टर ने जमकर फटकार लगाई और सभी दस्तावेज तलब करने निर्देश दिए।
25 फीसदी की वृद्धि
●अभिभावक कमल जैन ने कहा कि ज्ञान गंगा आर्केड स्कूल में उनका बच्चा 9 वीं कक्षा में पढ़ता है। स्कूल द्वारा फीस वसूली के लिए बच्चे के आई कार्ड के साथ-साथ मां-बाप का भी आईकार्ड जबरिया बनवाया जा रहा है। कार्ड के नाम पर 450 रुपए लिए जा रहे हैं। 9वीं में 10 से 12 किताबें लगाई गई है। हर बुक के चार-चार वाल्यूम होने के कारण 40 से 50 किताबों की कीमत 12 हजार है।