चार बड़े शहरों के साथ ही छोटे शहरों में भी खुलेंगे 25 से 30 स्क्रेप सेंटर
इंवेस्टर्स मिलते ही जल्द खुलेंगे स्क्रेप सेंटर, खरीदेंगे 15 साल पुराने वाहन
परिवहन विभाग को इंवेस्टर्स मिलते ही पहले भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में स्क्रेप सेंटर खोले जाएंगे, इसके बाद प्रदेश के अन्य जिलों में स्क्रेप सेंटर खोले जाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। फिर अन्य जिलों में यह सेंटर खोले जाएंगे। परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 15 साल पुराने सरकारी और प्रायवेट तथा 20 साल पुराने कमर्शिलय वाहन बेचने की पूरी प्रक्रिया परिवहन विभाग के अधिकारियों की निगरानी में होगी। इन सभी वाहनों का पहले तो सम्बंधित जिले के परिवहन कार्यालय द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
यह होगा फायदा
नए वाहन के रजिस्ट्रेशन में मिलेगी छूट
नया वाहन खरीदने के लिए पांच से दस प्रतिशत की छूट दी जाएगी
पुराने खटारा वाहन सडक़ों से होंगे कम
सडक़ पर वाहनों की संख्या होगी कम
पुराने और खटारा वाहनों से होने वाले हादसों में आएगी कमी
वायु और ध्वनि प्रदूषण से मिलेगी राहत
पुराने वाहनों के स्पेयर पाट्र्स का हो सकेगा रीयूज
शहरों की परिवहन व्यवस्था में आएगा सुधार
ऐसे खोल सकते हैं सेंटर : जानकारों की माने तो बड़े स्क्रेप सेंटर खोलने के लिए इन्वेस्टर्स को जहां दो से चार लाख रुपए की आवश्यकता होगी, वहीं छोटे इंवेस्टर्स भी इन स्क्रेप सेन्टरों को खोल सकते हैं। इंवेसटर्स को इसके लिए परिवहन विभाग से सम्पर्क करना होगा और विभाग द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करना होगा। एक सेंटर में लगभग दस से 100 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
केंद्र सरकार की पॉलिसी के तहत 15 से 20 साल पुराने वाहनों को सडक़ से हटाने की कवायद जारी है। इसके लिए इंवेस्टर्स तलाशे जा रहे हैं। इंवेस्टर्स के मिलने के बाद प्रदेश में 20 से 30 स्क्रेप सेंटर खोले जाएंगे।
– मुकेश जैन, ट्रांसपोर्ट कमिश्नर