कर्मचारियों को कतार में खडे़ होकर इसे जमा कराना पड़ा था।
इस दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। अब मतगणना के दिन भी इसी जगह बने स्ट्रांग रूम से वीवीपैट और ईवीएम निकाली जाएंगी। इसकी तैयारियां निर्वाचन कार्यालय कर रहा है। क्योंकि, समय पर मतगणना करवाना सभी के लिए बड़ी चुनौती रहेगी। आयोग भी चाहता है कि तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए जल्दी से जल्दी परिणाम सामने आएं।
बढ़ सकती है टेबल की संख्या
मतगणना को समय पर करवाने के लिए प्रत्येक विधानसभा के लिए टेबल की संख्या में परिवर्तन हो सकता है। अभी तक इसके लिए 14-14 टेबल तय की गई हैं। इसमें बदलाव हो सकता है। टेबल बढ़ती हैं, तो ज्यादा मतों की गिनती एक साथ हो सकेंगी। इस पर मंथन हो रहा है। जिले की आठों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में ईवीएम पर डाले गए मतों की गणना 112 टेबलों पर की जाएगी। अभी तक की योजना के मुताबिक प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए मतों की गणना के लिए 14-14 टेबलों का उपयोग किया जाना है।