सब कुछ हुआ महंगा पेट्रोल-डीजल के दाम रोज बदलने की मार जहां रसोई तक पहुंच रही है, वहीं इसका असर पॉकेटमनी पर भी पड़ रहा है। किराया समेत ट्रांसपोर्टेशन और अन्य चीजें भी महंगी हो रही हैं। यह बात उस वक्त निकलकर सामने आई, जब सरकार द्वारा रोजाना बदले जाने वाले पेट्रोल और डीजल के रेट के सम्बंध में शहर के लोगों के बीच सर्वे किया गया। लोगों का कहना था कि विपक्ष पूरी तरह बिखरा हुआ है। यही कारण है कि सरकार मनमानी पर उतारू है। आगामी चुनाव में इसे मुद्दा बनाने की बात भी विपक्ष तक शहरवासियों ने पहुंचाई है।
लोगों ने कहा कि रोजाना पेट्रोल और डीजल के दाम बदलने से उपभोक्ताओं कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी आड़ में पिछले कुछ समय में पेट्रोल और डीजल के रेट में भारी बढ़ोतरी की गई है।