2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां कुल 2 लाख 30 हजार 400 मतदाता थे। इन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी लखन घनघोरिया को 90 हजार 206 वोट देकर विधायक बनाया था। वहीं भाजपा के अंचल सोनकर को 5500 वोट मिले थे। जीत का अंतर 35136 था।
इससे थोड़ा और पीछे चले तो 2013 के चुनाव में जबलपुर पूर्व से भाजपा प्रत्याशी अंचल सोनकर जीते थे। उन्हें 67 हजार 167 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी लखन घनगोरिया को 66012 वोट मिले थे। जीत का अंतर 1155 था।
इसके पहले 2008 में भी हुए चुनाव में यही दोनों प्रत्याशी आमने सामने थे। कांग्रेस प्रत्याशी रहते हुए लखन घनघोरिया को 51934 मिले थे, जबकि भाजपा के अंचल सोनकर को 45 हजार 232 वोट मिले थे और वे 6702 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे।
कांग्रेस- लखन घनघोरिया
64 साल के लघन घनघोरिया ग्रेजुएट हैं। 2008 में कांग्रेस से विधायक बने थे। 2013 में भाजपा के अचल सोनकर से हार गए थे। वहीं 2018 में एक बार फिर विधायक बने। कांग्रेस में प्रदेश का यह बड़ा चेहरा माने जाते हैं और एससी मतदाताओं में काफी अच्छी पकड़ भी है।