क्या बोले कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वक्फ बोर्ड की जब बात आती तो हम पक्ष में खड़े हो जाते हैं। तिरूपति बालाजी के प्रसाद में चर्बी खिलाने की बात आती है तो कोई नहीं बोलता। हमारा सभी राजनीतिक दलों से हाथ जोड़कर निवदेन है कि हमें अपना शत्रु मत मानिए। ईमानदारी से बता दीजिए। हिंदू इस देश में रह सकता है या नहीं। संविधान इस देश में हिंदूओं को रहने का अधिकार देता है या नहीं और क्या संविधान ये कहता है कि धर्म को भष्ट्र कर दो। हमारी बहन बेटियों को ले जाओ। हम बहन-बेटियों के 56 टुकड़े कर दो। हमारे प्रसाद में गौ मांस मिला दो। ये कहता है संविधान और कोई भी इस पर आवाज नहीं उठाता।