मुंबई और अहमदाबाद भेजी जाती है रकम
जबलपुर से हर पांच से दस दिन में मोटी रकम मुंबई और अहमदाबाद भेजी जाती है। जानकारों की माने तो शहर में बैठे हवाला कारोबारी तो किसी के भी कहने पर उसे दूसरे शहर में हवाला के माध्यम से रुपए दिला देते हैं।
शहर में शिकंजा, तो दूसरा रास्ता
हवाला कारोबारियों द्वारा पहले हवाला की रकम जबलपुर और मदन महल स्टेशन से मुंबई व अन्य बड़े शहरों में भेजी जाती थी। जबलपुर पुलिस समेत जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने हवाला कारोबारियों के पैडलर्स को कई बार पकड़ा। अब हवाला कारोबारी पैडलर्स को रकम देकर पहले नरसिंहपुर या कटनी रेलवे स्टेशन भेजते हैं और फिर वहां से उन्हें ट्रेन में सवार होने के लिए कहा जाता है।
किसकी रकम, नहीं होता खुलासा
पूर्व में पुलिस द्वारा हवाला का रुपया इधर से उधर करने वाले पैडलर्स से पूछताछ कर पूरी चैन ब्रेक की जाती थी और हवाला कारोबारी तक पहुंचा जाता था, लेकिन पिछले कुछ समय से पुलिस द्वारा इस कार्रवाई पर विराम लगा दिया गया और अब केवल पैडलर्स तक ही पुलिस की कार्रवाई सिमट गई है।
हवाला समेत किसी भी प्रकार के अवैध धंधे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस द्वारा हवाला की रकम पकडऩे के बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए आयकर विभाग को सौंप दिया जाता है। कई बड़े हवाला कारोबारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। – समर वर्मा, एएसपी, क्राइम ब्रांच
केस-01
-बेलबाग पुलिस ने मूलत: गुजरात मेहसाणा निवासी पीयूष पटेल को पकड़ा। वह कुछ समय से एलआईसी के पास किराए के मकान में रहता है। पुलिस ने उसके बैग की जांच की, तो उसमें 43 लाख रुपए मिले। यह रकम हवाला की थी। यह बात पीयूष ने खुद कबूली थी।
केस-02
– 23 जनवरी को संजीवनी नगर पुलिस ने कार एमपी 20 जेडए 5138 से 79 लाख रुपए नकद बरामद किए। यह रकम विजय नगर निवासी सतीश लालवानी के पास से मिली थी। रकम हवाला की होने का संदेह था।
यहां से जुड़े तार- गुजरात, मुंबई, राजस्थान, कोलकाता, दिल्ली।