रियल इस्टेट के क्षेत्र में जबलपुर में 200 से अधिक छोटे एवं बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। उन मकानों की ज्यादा मांग है जो कि तैयार हैं। इसलिए बिल्डर्स के द्वारा त्योहारों से पूर्व निर्माण के काम में तेजी लाई गई थी। ज्यादातर निर्मित हो चुके हैं। इसी प्रकार दीपावली तक भी ज्यादातर हाउसिंग प्रोजेक्ट पूरे हो सकते हैं। ऐसे में लोगों ने उनकी बुकिंग प्रारंभ कर दी है। यह भी आशंका है कि आगामी समय में मकानों की कीमत बढ़ सकती है, इसलिए यह समय खरीदी के लिए उचित माना जा रहा है। हालांकि अभी लोग निवेश नहीं बल्कि केवल जरूरत के लिए मकान एवं प्लॉट खरीद रहे हैं।
वर्क फ्रॉम होम कल्चर का असर मकानों की खरीदी में कोरोना संक्रमण भी एक कारण है। बिल्डर्स के अनुसार शहर में संकरी जगहों में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में लोगों ने शहर से बाहर घर खरीदना ज्यादा उचित समझा। ऐसे में वे अपने आप को ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। दूसरा बड़ा कारण वर्क फ्रॉम होम। शहर में ऐसे कई युवा हैं जो कि देश एवं विदेश में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों में कार्यरत हैं। इन कंपनियों में ज्यादातर ने काम के लिए वर्क फ्रॉम होम के तरीके को अपनाया है। यह उनके लिए फायदेमंद भी साबित हो रहा है। करीब दो साल से यही रहे रहे लोगों ने नए घर खरीदने प्रारंभ किए हैं।
रोजाना 200 रजिस्ट्री जिले में संपत्ति की खरीदी एवं बिक्री बढ़ गई है। चारों उप पंजीयक कार्यालयों में रोजाना 180 से 200 रजिस्ट्री हो रही है। वरिष्ठ पंजीयक प्रभाकर चतुर्वेदी ने बताया कि त्योहारों पर रजिस्ट्री के प्रति लोगों में रुझान ज्यादा रहता है। लगभग सभी स्लॉट भरे रहते हैं। उम्मीद है कि धनतेरस त्योहार तक यही स्थिति रहेगी।
रियल इस्टेट कारोबार की स्थिति बेहतर है। जरूरतमंद लोग अपना मकान खरीद रहे हैं। ग्राहक वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप घरों में सुविधाएं चाहते हैं। हम अपने सारे हाउसिंग प्रोजेक्ट में इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं।
अर्पित मिश्रा, डायरेक्टर आलोक मिश्रा एंड एसोसिएट्स मकानों की खरीदी का यह बेहतर समय है। ग्राहक इसका फायदा भी उठा रहे हैं। जिस प्रकार शहर बदल रहा है। सुविधाएं पहले से ज्यादा हो गई हैं, इसलिए कोई जबलपुर छोडऩा नहीं चाहता। इसलिए मकान के लिए दूरी भी मायने नहीं रही।
विशाल दत्त, दत्त बिल्डर्स बड़े आकार के मकानों की पूछपरख के साथ-साथ बिक्री ज्यादा है। अच्छी बात यह है कि लागत बढऩे के बाद भी अभी मकानों की कीमत नहीं बढ़ी है। बैंकों से होम लोन भी कम ब्याज दरों पर मिलने से ग्राहकों में उत्साह है।
ब्रजेश तिवारी, अपूर्वा हाइट्स ग्राहक सुविधाएं ज्यादा देख रहा हैं। भले मकान और प्लाट की कीमत थोड़ी ज्यादा क्यों नहीं हो। अब शहर में लोग ऐसी लोकेशन पर रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। हम भी अपने प्रोजेक्ट इसी सोच के साथ विकसित कर रहे हैं।
निमिष अग्रवाल, विदित बिल्डर्स