छिदवाड़ा निवासी शिक्षिका नीलमणि ताम्रकार (41) स्टेट बैंक कॉलोनी वार्ड नंबर 11 में रहती थीं। बुधवार को पुराना बस स्टैंड में ट्रक की टक्कर से उनकी मौत हो गई थी। हादसे की सूचना पुलिस ने मृतक के परिजन को दी, लेकिन वे शाम तक अस्पताल पहुंचे। जिसके कारण शिक्षिका का पीएम नहीं हो सका। शव को मरचुरी में रखवा दिया गया। गुरुवार सुबह शिक्षिका के पिता सी. मणि ताम्रकार, बहन पुष्पा और बहन का बेटा अन्नू सिंह मरचुरी पहुंचे। उन्होंने देखा कि नीलमणि की दायीं आंख की पलक गायब थी और आंख नहीं दिख रही थी। यह देखते ही परिजन ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया।
नहीं कराएंगे पोस्टमार्टम, दो घंटे तक हंगामा
मृतिका के परिजन ने आरोप लगाया कि पहले पूरे मामले की जांच हो, इसके बाद ही वह पोस्टमार्टम कराएंगे। जिसको लेकर मरचुरी में तनाव की स्थिति बन गई। हंगामे की सूचना पर सिहोरा पुलिस थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने परिजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। पुलिस ने आश्वासन दिया कि पीएम रिपोर्ट के बाद विसरा सागर लेबे भेजा जाएगा, जिसमें यह साफ हो जाएगा कि आंख निकाली गई है या नहीं। करीब दो घंटे तक हंगामे के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार हुए।
महिला की मौत के बाद शव को मरचुरी में रखवाया गया था। परिजन ने सुबह आंख गायब होने की शिकायत की थी। दो डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। शिकायत पर विसरा प्रिजर्व किया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्र सिंह चौहान, टीआई सिहोरा
ऐसा अनुमान है कि महिला की पलक को चूहों ने कुतर दिया होगा, जिसके कारण आंख अंदर धंस गई थी। आंख को निकालकर पुलिस के सुपुर्द कर सागर लेब भेजने लिए कहा गया है।
डॉ. जीडी पहारिया, चिकित्सक, सिहोरा सिविल अस्पताल