तैयार होना है स्वदेशी वर्जन
इस बम का उत्पादन तीन चरणों में हो रहा है। पहले सेमी नॉक डाउन और दूसरा कंपलीट नॉक डाउन। वहीं, तीसरे चरण में इंडीजीनियस यानी स्वदेशी वर्जन तैयार होना है। हालांकि इस चरण में अभी वक्त लग सकता है।
विदेश से कलपुर्जों की सप्लाई
यह बम यहीं असेंबल हो रहा है। इसका शॉट रूस से आ रहा है। हालांकि मेटैलिक बेस यहीं बन रहा है। इससे कुछ निर्भरता कम हुई, पर स्वदेशी वर्जन नहीं बन सका है। मैंगो प्रोजेक्ट से टैंकभेदी 1500 बम का उत्पादन हो रहा है। कुछ कंपोनेंट विदेश से मंगाए हैं। कुछ का उत्पादन देश में किया है। -एमएन हालदार, महाप्रबंधक, ओएफके