अब बात करते हैं बिजनेस जगत के चौंकने की तो दरअसल फ्यूचर ग्रुप अमेजन के साथ हिस्सेदार है और ऐसे में रिलायंस के इस कदम से अमेजन ( amazon ) को भारत में झटका लग सकता है। इससे पहले भी दोनों कंपनियों की प्रतिद्वंदिता की खबरें आ रही थी, दरअसल अमेजन भी फ्यूचर ग्रुप ( future group ) में हिस्सेदारी की कोशिशें कर रहा है । ऐसे में अगर रिलायंस इस डील के लिए आगे आ जाता है तो अमेजन के साथ फ्युचर ग्रुप की डील खतरे में पड़ जाएगी। रिलायंस के निवेश से फ्यूचर समूह के संस्थापक किशोर बियानी ( kishor biyani ) को कर्ज उतारने में मदद मिल जाएगी। और इसके लिए फ्यूचर ग्रुप अमेजन के साथ अपने कारोबारी रिश्तों को भी खत्म कर सकता है।
फ्चूचर समूह की पांच लिस्टेड कंपनियां हैं। इनमें फ्यूचर कंज्यूमर लिमिटेड और फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन लिमिटेड भी शामिल हैं।
Retail में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है अमेजन- अमेजन भारत में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहता है इसके लिए कंपनी ने फ्यूचर ग्रुप में हिस्सदारी की बात की थी। अमेजन मई तक फ्यूचर रिटेल में अपनी हिससेदारी को बढ़ाकर 49 फीसदी तक करने पर विचार कर रही थी। दरअसल पिछले साल फ्यूचर समूह की एक अनलिस्टेड कंपनी में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया था। ये कारोबारी रिश्ता अमेजन के फ्यूचर रिटेल का अधिकृत ऑनलाइन सेल्स चैनल बनने के साथ और भी गहरा हो गया । अमेजन इसी रिश्ते को 49 फीसदी हिस्सेदारी तक ले जाना चाहती थी लेकिन मुकेश अंबानी की एंट्री से कंपनी का खेल बिगड़ सकता है।
हालांकि अभी तक इस डील की घोषणा नहीं हुई है लेकिन ये किसी भी वक्त आधिकारिक होने की बात कही जा रही है।