दरअसल वर्नन मुंबई के एक छोटे से कस्बे नालासोपारा से निकले हैं। उनके साथ उनके दोस्तों के ग्रुप ने देश व दुनियाभर में डांस में एक अलग मुकाम पाया। डांस कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा ने इन्हीं की सच्ची घटना पर एबीसीडी फिल्म बनाई थी। न्यूज टुडे से हुई वर्नन की विशेष बातचीत में उन्होंने डांस से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी। वर्नन ने बताया कि यह रियलिटी शो से बिल्कुल अगल शो है। भारत में अब तक जितने शो आते हैं या आए हैं उसमें कुछ लिमिटेड स्टाइल रहती है, लेकिन इसमें दुनिया में जितनी डांस स्टाइल हैं सभी इसमें देखने को मिलेंगे।
आज इंदौर में ऑडिशन लिए, हर शहरों में अलग-अलग टेलेंट देखने को मिला। इंदौर में बड़ी संख्या में हमें प्रतिभाएं मिली हैं जो देश या दुनिया तक जाएंगे ऐसा हमें लग रहा है। हमारा यह वर्ल्ड डांस लीग एक वेब सीरिज होगा जो हमारी वेबसाइट पर चलेगी। यह सिर्फ भारत तक सीमित न होकर दुनियाभर में जाएगा। इस शो के लिए अभी सिर्फ भारत में ऑडिशन हो रहे हैं, इसके बाद हम अलग-अलग देशों में ऑडिशन लेंगे। शहरों के प्रतिभागियों की स्पर्धा होगी उसके बाद जो जीतेगा वह भारत को रिप्रेजेंट करेगा। वेब सीरिज अगस्त से वेब पर दिखने लग जाएगी।
वर्नन ने बताया कि भारत में डांस का सिनेरियो बदल रहा है। जब शुरुआत हुई थी तब लोग समझते नहीं थे। आज भारत में लाखों डांसर हैं जिन्हें प्लेटफॉर्म नहीं मिला, लेकिन भारत में ऐसा टेलेंट है जो दुनियाभर में नाम कमा सकता है। हमारी अभी की जनरेशन बहुत फास्ट है। बस जो डांस की तैयारी कर रहे हैं उन्हें बीच में टूटना नहीं चाहिए। अगर आप डांस में मुकाम पाना चाहते हैं तो आपको कई बार फेल भी होना पड़ेगा, लेकिन फेल होना
सक्सेस होने की पहली सीढ़ी होती है। ऐसे में जरूरी है कि आप उम्मीद न छोड़ें और लगातार प्रयास करते रहें।
एक बस्ती से निकला
एक बस्ती से निकल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाने वाले वर्नन और उनकी टीम का कल संस्था इंदौरियंस ने भी सम्मान किया। संस्था के रवि गुप्ता ने बताया कि कुछ सालों पहले तक लोग जिन्हें बच्चा बोलते थे वे आज दुनियाभर में पहचाने जाते हेैं। ये वे लोग हैं जिन्होंने टीवी पर जिसे डांस करते देखकर डांस सीखा बाद में उन्हें ही हराया।