इस बार इंदौर लोकसभा में मतदान का दिन 19 मई तय किया गया है, जो सातवें चरण में है। इसके पहले प्रदेश की सभी लोकसभाओं में मतदान हो चुका होगा। इंदौर के साथ सात लोकसभा में मतदान होंगे और ये सभी मालवा-निमाड़ क्षेत्र की ही हैं। जबकि पिछली बार इंदौर में पहले चरण में ही मतदान हो गया था। इसके चलते भाजपा के कई इंदौरी नेताओं को बाहरी लोकसभाओं में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपकर भेजा गया था। कई प्रदेश की अन्य लोकसभा सीटों पर तो कई अन्य प्रदेशों में भी गए थे। पर इस बार पूरे समय इंदौर में ही रहना होगा। यहां तक कि आसपास भी नहीं निकल पाएंगे।
गर्मी भी करेगी परेशान 19 मई को मतदान में भी कमी आने की संभावना है, क्योंकि भीषण गर्मी का समय रहेगा। ऐसे में सुबह और शाम के दो-दो घंटे ही मतदान में तेजी रहने की उम्मीद है। तेज गर्मी के चलते दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक मतदाता घरों से निकलने में हिचकिचाएंगे, ऐसे में मतदान काफी धीमा रहने की संभावना है।
मोदी इफेक्ट का मिलेगा फायदा हालांकि इंदौर सहित आसपास की सभी सीटों में मोदी इफेक्ट का सबसे ज्यादा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। क्योंकि मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी में भी मतदान 19 मई को ही है। जिस दिन मोदी के लिए वोट पड़ेंगे, उसी दिन इंदौर और आसपास की सात सीटों पर वोट गिरेंगे। माना जा रहा है कि आखिरी समय में होने वाली मोदी की चुनावी रैलियों का फायदा भाजपा को इन सभी सीटों पर मिलेगा और भाजपा को वोट प्रतिशत बढ़ सकता है।