इंदौर जब भी आया पकड़ा गया
शेरसिंह का कहना है, वह जब भी इंदौर आया, पकड़ा गया। 2004 में पलासिया से डॉ. धारकर की कार चोरी की थी। तत्कालीन सीएसपी राजेश हिंगणकर की टीम ने पकड़ लिया था। 2020 में भंवरकुआं पुलिस के कारण भागना पड़ा। इस बार फरवरी में आया तो ट्रेस हो गया। हालांकि पता चला कि अक्टूबर 2021 में भी वह इंदौर से कई कार चोरी कर ले जा चुका है। आरोपी का कहना है, वह काफी समय जेल में रहा इसलिए ज्यादा पैसा इकट्ठा नहीं कर पाया।
नेपाल तक पहुंचा रहे चोरी की कार शेरसिंह से पता चला उसके गिरोह में कई बदमाश हैं। सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी है। कोई लॉक खोलता है तो कई उसे लेकर फरार होता है। मैनपुरी, बनारस, ओडिशा में वाहन बेचे। नेपाल भी गाडिय़ां बेची हैं। डीसीपी संपत उपाध्याय के मुताबिक, अन्य बदमाश यह काम करते हैं, उनकी तलाश जारी है। आरोपी पत्नी व दोस्तों के नाम की मोबाइल सिम का इस्तेमाल करता है। एक टीम आरोपियों की तलाश में राजस्थान में डेरा डाले है।