एंबुलेंस देखते ही गरबा करने वाली महिलाएं अपने आप किनारे हो जाती है। जी हां शहर के एमचीएच कंपाउंड स्थित नवदुर्गा उत्सव समिति ‘श्री दुर्गा माता मंदिर’ पिछले 40 साल से गरबा का आयोजन करा रही है। यहां पर बड़ी संख्या में दूर-दूर से महिलाएं गरबा खेलने के लिए आती है।
गरबा के बीच से गुजरती है एबुंलेंस
मंदिर के पास से एंबुलेंस गुजरने से यहां पर किसी को कोई परेशानी नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मंदिर के पास ही में सरकारी अस्पताल भी है। मरीजों को आने-जाने के लिए एंबुलेंस लगातार आती रहती है। रात 9 से 11.30 बजे के बीच गरबा होता है। इस दौरान गरबा पंडाल के बीच में से एंबुलेंस के निकलने के लिए रास्ता बनाया गया है। जानकारी देने के लिए अलग से पोस्टर भी लगाया गया है। यहां सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त इंतजाम रहते हैं। यहां की इस पूरी व्यवस्था को रिटायर्ड पुलिस वाले संभालते हैं। ये भी पढ़ें:Vande Bharat: 3 बड़े शहरों की बल्ले-बल्ले ! इन रूटों पर जल्द चलेगी ‘वंदे भारत स्लीपर ट्रेन’ मंत्री जी ने की तारीफ
गरबा पंडाल में पहुंचे मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये स्थान आज चैतन्य स्थान हो गया है। मैं सब साधकों को प्रमाण करता हूं, जिन्होंने अपनी साधना यहां की है। माताजी के दर्शन कर मेरा मन बहुत प्रफुल्लित हो गया है। माताजी में बड़ा तेज है। तेज इसलिए है कि सब लोग यहां श्रद्धा के साथ भजन-कीर्तन करते हैं। मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं।’