ये भी पढें – नए साल पर बड़ा बदलाव, ऑनलाइन दौड़ेंगी फाइलें, मंत्रालय से ई-ऑफिस शुरू वैसे तो दिसंबर अंत में जिला इकाइयों के अध्यक्ष की घोषणा होनी थी। अब जनवरी के पहले सप्ताह में फैसला होगा। भाजपा ने चयन को लेकर रायशुमारी करवाई, लेकिन संगठन ने साफ किया कि नियुक्तियां संतुलन बनाकर की जाएंगी। उम्र के पैमाने के साथ गुटबाजी और सोशल इंजीनियरिंग होगी। इसके चलते इंदौर नगर भाजपा का फैसला उलझता नजर आ रहा है।
बेटे आकाश को मौका!
मंत्री विजयवर्गीय चाहते हैं कि बेटे आकाश को मौका दिया जाए। दांव नहीं लगता है तो टीनू जैन या सुमित मिश्रा में से एक को बनाया जाए। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की भी इंदौर में रुचि है। वे बबलू शर्मा को कमान देने के मूड में हैं, लेकिन टीनू जैन का नाम प्राथमिकता में है। ये भी पढें – एमपी के इस शहर में नए साल के पहले दिन जन्में 300 बच्चे शर्मा(MP BJP News) के लिए महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी लॉबिंग कर रहे हैं। विरोधी खेमा पसंद नहीं कर रहा है कि नगर व जिला दोनों एक गुट को दिए जाए। मंत्री गुट के अलावा मौजूदा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, मुकेश राजावत, नानूराम कुमावत व गोपाल गोयल मजबूत दावेदार हैं।
इंदौर में होगा प्रयोग!
ये भी पढें – महाकुंभ में लोगों की करेगी सुरक्षा, एमपी की फायर फाइटिंग बोट, प्रयागराज होगी रवाना भाजपा ने लोकसभा में 33% महिलाओं को आरक्षण दे रखा है। संगठन में नियुक्ति में फॉर्मूलों का इस्तेमाल वर्षों से हो रहा है, लेकिन जिला अध्यक्ष के रूप में मौका नहीं दिया जाता है।
इंदौर में महिला अध्यक्ष नहीं बनी है, पर इस बार पार्टी प्रयोग कर सकती है। दौड़ में डॉ. दिव्या गुप्ता, ज्योति तोमर व माला ठाकुर का नाम है। महिलाओं में मराठी कार्ड चला तो आयुषी देशमुख का नाम भी रखा जा सकता है।