सुपर कॉरिडोर में कॉलोनियों विकसित हो रही हैं, इसमें लोग मुनाफे के लिए निवेश के आधार पर प्लॉट लेकर रजिस्ट्री करा रहे हैं। रेट बढ रहे हैं। अधिकांश बाहरी लोगों ने निवेश किया है, जिससे इलाका रहवासी क्षेत्र के रूप में विकसित नहीं हो पा रहा। – सतनामसिंह छाबड़ा, एडवोकेट, पंजीयक कार्यालय
सुपर कॉरिडोर में प्लॉटों के भाव बढ़ रहे हैं, लेकिन बसाहट नहीं हो रही है। यहां पर प्रशासन व जिम्मेदार एजेंसियों को रहवासियों के हिसाब से बाजार, मार्केट जैसी सुविधा विकसित करना होगी। योजना बनाकर पहले सुविधा देनी होगी, तब लोग वहां आकर रहने लगेंगे।
– अतुल सेठ, आर्किटेक्ट