वे शहर के महानगर निगम आयुक्त सभाभवन में आयोजित विभिन्न संगठनों के सदस्यों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नगर निगम की ओर से दिए जाने वाले दिग्गज पुरस्कार के लिए उपयुक्त और योग्य लोगों का चयन किया जाएगा, शहर में रानी चन्नम्मा सर्कल के पास कन्नड़ ध्वज स्तंभ खड़ा करने और हर दिन कन्नड़ ध्वज फहराने की व्यवस्था की जाएगी। राज्योत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न संगठनों को एक नवंबर से दस दिनों के लिए कन्नड़ बैनर लगाने की अनुमति दी जाएगी।
आयुक्त ईश्वर उल्लागड्डी ने कहा कि राज्योत्सव जुलूस शुरू होने वाले सिद्धारूढ़ मठ से नेहरू मैदान तक चाक-चौबंद और साफ-सुथरी व्यवस्था की जाएगी। उसके लिए 6 समितियां और एक केंद्रीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति में महानगर निगम के पार्षद और अधिकारी होंगे।
उन्होंने कहा कि इस बैठक में दिए गए सुझावों को जुटाकर केंद्रीय समिति के साथ चर्चा की जाएगी और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कर्नाटक संग्राम सेना के अध्यक्ष संजीव दुमकनाल ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि आप औपचारिकता के लिए बैठक बुलाते हैं परन्तु आप हमारी ओर से दी जाने वाली किसी भी सलाह का पालन नहीं किया है। आपने पिछले साल हमारी ओर से दी गई सलाहों में से कितनों का पालन किया है।
विभिन्न संगठनों ने लिया भाग बैठक में कर्नाटक संग्राम सेना, कर्नाटक नवनिर्माण वेदिके, करवे (कर्नाटक रक्षणा वेदिके), नम्मा कर्नाटक सेना, परिवर्तन विकास संगठन, उत्तर कर्नाटक ऑटोरिक्शा चालक संघ, युवा कर्नाटक वेदिके, राजरत्न कन्नड़ युवा समिति, कन्नड़ क्रांति सेना समेत कई कई संगठनों के नेता शेखरय्या मठपति, मंजुनाथ लूतिमठ, गंगाधर कमलदिन्नी, प्रेमनाथ चिक्कतुम्बल, गुरुनाथ उल्लिकाशी, अमृत इजारी आदि ने भाग लेकर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
बैठक में उपमहापौर सतीश हानगल, सभा नेता शिवु हिरेमठ, उपायुक्त आनंद कल्लोलिकर आदि उपस्थित थे। योग्यता के आधार पर दिया जाएगा दिया जाएगा दिग्गज पुरस्कार
नगर निगम की ओर से आयोजित कर्नाटक राज्योत्सव समारोह की पूर्व बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नगर निगम आयुक्त ईश्वर उल्लागड्डी ने कहा कि कर्नाटक राज्योत्सव के उपलक्ष्य में हुब्बल्ली-धारवाड़ महानगर निगम की ओर से इस बार जुड़वां शहरों के उपलब्धि हासिल करने वालों को दिए जाने वाले दिग्गज पुरस्कार (सम्मान) के लिए कोई आयु सीमा नहीं होगी। कुछ लोग कम उम्र में राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि हासिल किए होते हैं। यदि आयु सीमा लगाई गई तो ऐसे व्यक्ति पुरस्कार से वंचित हो जाएंगे। इस बार पुरस्कार योग्यता के आधार पर दिया जाएगा।
कुल 16 क्षेत्रों के उपलब्धि हासिल करने वालों को चिन्हित कर उन्हें दिग्गज पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए गठित समिति आवेदन आमंत्रित करेगी। कर्नाटक राज्योत्सव को भव्यता के साथ मनाने के लिए नगर निगम की ओर से पहले से ही 6 समितियों का गठन किया गया है। पौधारोपण करने और मशहूर कलाकारों को आमंत्रित कर संगीत कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
कन्नड़ संगठनों की ओर से दिए गए सुझाव कन्नड़ के लिए काम करने वाले संगठनों के नेताओं चिन्हित कर सम्मानित करना चाहिए। अभ्यर्थियों का चयन पारदर्शिता से करना चाहिए। हमें अपने स्थानीय कलाकारों का सम्मान करना चाहिए। इसके लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए।
बेंगेरी में भी मुख्य मंच होना चाहिए। राज्योत्सव के एक दिन पहले मैराथन का आयोजन किया जा सकता है। जुलूस के मार्ग के दौरान जलपान एवं मोबाइल शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। नगर निगम के सभी पार्षदों एवं अधिकारियों को जुलूस में अनिवार्य रूप से भाग लेने को लेकर परिपत्र जारी करना चाहिए।
कर्नाटक का नाम दिखाई दे इस प्रकार पौधे लगाने चाहिए। जगह देने पर हम पौधे लगाने को तैयार हैं। रानी चन्नम्मा सर्कल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच का निर्माण कराना चाहिए। जुलूस में झांकियों को उच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।
तोलनकेरे के पास स्व. पुनीत राजकुमार की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए और इस मार्ग का नाम पुनीत राजकुमार के नाम पर रखना चाहिए। इसी तरह कोप्पिकर रोड के लिए डॉ. राजकुमार मार्ग का नाम इस्तेमाल करना चाहिए।
यह अनिवार्य किया जाना चाहिए कि दुकानों की 70 फीसदी नेमप्लेट कन्नड़ भाषा में होनी चाहिए। खासकर मॉल्स में कन्नड़ को कोई दर्जा नहीं दिया जा रहा है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।