सवेरा सोशल ग्रुप की इन्द्रा पालरेचा मोकलसर ने बताया कि करीब छह साल पहले इस ग्रुप का गठन किया गया। ग्रुप के गठन का मकसद यही था कि जरूरतमन्द लोगों की सेवा में हाथ बंटाया जाएं। ऐसे में 15 महिलाओं को ग्रुप में शामिल किया गया और समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर आवश्यकतानुसार सेवा कार्य शुरू किया गया। इन सभी सेवा कार्य में ग्रुप की सभी महिलाएं उत्साह के साथ भाग लेती हैं। अब हर महीने एक प्रकल्प किया जाएगा। ऐसे सेवा कार्य के जरिए मन को संतुष्टि मिलती है और इसी भावना को लेकर सभी महिलाएं जुड़ी हुई है।
सवेरा सोशल ग्रुप की ओर से अब तक दर्जनों स्थानों पर सेवा कार्य किए जा चुके हैं। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को कपड़े एवं मिष्ठान का वितरण किया गया। शहर के आसपास के ग्रामीण इलाकों में लोगों की नेत्र जांच करवाई गई। जरूरतमन्द नेत्र रोगियों की आंखों के ऑपरेशन करवाए गए। स्कूलों में जरूरतमन्द बच्चों को स्टेशनरी सामग्री का वितरण किया गया। बच्चों को समय-समय पर मिठाई एवं फलों का वितरण भी किया जा रहा है। दिवाली के पर्व पर मिष्ठान का वितरण किया गया। मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल में कपड़े एवं दवाइयां उपलब्ध करवाई गई। सरकारी एवं निजी स्कूलों में छात्राओं को माहवारी को लेकर जागरुकता शिविर लगाए गए। छात्राओं को स्वच्छता संबंधी जानकारी दी गई। गांधी जयंती के अवसर पर स्कूल में मैरॉथन रखा गया। दिव्यांग बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मानसिक रूप से विमंदित बच्चों को भोजन करवाया गया। चैरिटी के लिए फन एंड फेयर का आयोजन किया गया। गौशाला में गायों को लापसी खिलाई गई। इसके साथ ही विभिन्न जगहों पर कई सेवा कार्य किए जा चुके हैं।
सवेरा सोशल ग्रुप में राजस्थान मूल की 15 महिलाएं जुड़ी हुई है। इसमें इन्द्रा पालरेचा मोकलसर, संतोष ओस्तवाल सिवाना, जुगना ओस्तवाल सिवाना, लता ओस्तवाल सिवाना, मंजू ओस्तवाल सिवाना, संगीता पी. ओस्तवाल सिवाना, संगीता के. ओस्तवाल सिवाना, शोभा ओस्तवाल सिवाना, अनीता रांका सिवाना, रक्षा बाफना मोकलसर, कविता एस. बाफना मोकलसर, कविता जे. बाफना मोकलसर, विरल ओस्तवाल सिवाना, शीला ओस्तवाल सिवाना एवं सुशीला बाफना मोकलसर शामिल है।