अखिलेश यादव ने क्या कहा ?
संगम स्नान के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लोग अपनी निजी आस्था लेकर यहां आते हैं। मैंने 11 पवित्र डुबकी लगाई। विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। जिस दिन मैंने हरिद्वार में डुबकी लगाई – वह दिन एक उत्सव था। आज मुझे यहां पवित्र डुबकी लगाने का अवसर मिला। सरकार में बैठे लोगों को इस आयोजन को खेल आयोजन नहीं बनाना चाहिए। महाकुंभ में विभिन्न स्थानों से बुजुर्ग श्रद्धालु भी आ रहे हैं, ऐसे में सरकार को ऐसा प्रबंधन करना चाहिए था कि उन्हें कोई कठिनाई न हो।
महाकुंभ को लेकर अखिलेश के बयान
बता दें कि अखिलेश यादव महाकुंभ की व्यवस्था पर लगातार सवाल उठा रहे थे। उन्होंने भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया था। कहा था- जो व्यवस्था की जानी चाहिए, उसका 20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ। जब मां गंगा बुलाएंगी, तब संगम जाएंगे।
‘कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता’
अखिलेश यादव ने 29 दिसंबर को लखनऊ में कहा था कि कुंभ में निमंत्रण नहीं दिया जाता है। कुंभ में लोग अपने आप आस्था से आते हैं। मैं किसी के बारे में कुछ कहना नहीं चाहता। हमने अपने धर्म में सीखा और पढ़ा है कि ऐसे आयोजनों में लोग खुद आते हैं। ‘सरकार का हर आंकड़ा फर्जी’
15 जनवरी को अखिलेश ने हरिद्वार में कहा था कि इतने संसाधन होने के बाद भी अगर महाकुंभ में कमियां रहती हैं तो कहीं न कहीं सवाल खड़े होते हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार उन कमियों को दूर करेगी। इसके अगले दिन 16 जनवरी को अखिलेश यादव ने लखनऊ में कहा था कि सरकार का हर आंकड़ा फर्जी है। कुछ ट्रेनें खाली जा रही हैं। सुनने में ये भी आया है कि गोरखपुर वाली ट्रेन खाली गई है। मोटी-मोटी बात ये है कि भाजपा का हर आंकड़ा फर्जी है।