तुलसी में कई ऐसे गुण होते हैं जो इम्यून सिस्टम को बजबूत बना सकते हैं। तुलसी का पत्ता वात, पित्त और कफ का को दूर करता है इसलिए इस जड़ी बूटी को इम्यूनिटी बढ़ाने में फायदेमंद माना गया हैं। तुलसी के पत्तों का प्रयोग, सर्दी जुकाम, खांसी, बुखार, सांस संबंधी समस्याओं के उपचार में तो किया ही जाता है, इसके अलावा स्मरण शक्ति को बढ़ाने, आंखों की समस्याओं को दूर करने, मुंह के छालों की दवा के रूप में और भी कई तरह की परेशानियों के लिए तुलसी का इस्तेमाल किया जाता हैं। तुलसी में कई तरह के एंटिऑक्सीडेंट्स होते हैं इम्यूनिटी बढ़ाने में काफी कागर हो सकते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप तुलसी का काढ़ा, तुलसी की चाय और तुलसी का पानी भी सकते हैं. स्वाद के लिए इसमें शहद मिला सकते हैं।
कई लोगों को अक्सर मुंह में अक्सर की समस्या रहती है ऐसे में आप तुलसी का सेवन काढ़ा बनाकर कर सकते हैं। तुलसी के काढ़े को न सिर्फ खून को साफ करने में फायदेमंद माना जाता है बल्कि यह काढ़ा मुंह के अल्सर से राहत दिलाने में भी फायदेमंद माना जाता हैं।
तुलसी के बीज एंटीऑक्सीडेंट्स का हैं खजाना
अगर अपने शरीर को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आप नियमित तौर पर तुलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं। तुलसी के बीजों को पानी या फिर दूध में भिगो कर रखें और फिर इस मिश्रण को पी लें, इससे आफके शरीर को एंटिॉक्सीडेंट्स मिलेंगे।
तुलसी किडनी की परेशानियों के लिए फायदेमंद मानी जाती है। इसके लिए आप तुलसी के तुलसी के पत्तों के रस में शहद मिलाकर पी सकते हैं. तुलसी आपकी यूटीआई की समस्या में भी फायदेमंद मानी जाती है। किसी भी समस्या के लिए तुलसी का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
बहुत से लोगों को सिरदर्द की समस्या रहती है। ऐसे में अगर आप तुलसी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर इसका सेवन कर सकते है। इससे आपको आराम मिल सकता है साथ ही आप आप चंदन के पेस्ट के साथ तुलसी की पत्तियों को पीसकर भी सिर पर इस पेस्ट का लेप कर सकते है।
अस्थमा, इन्फ्लूएंजा, सर्दी-खांसी से परेशान लोगों को तुलसी के पत्तों से बना पानी पीने से आराम मिल सकता है। इसके लिए आपको तुलसी की कुछ पत्तियों को पानी में अच्छी तरह से उबालना है और इसमें कुछ अदरक मिलाना है। स्वाद के लिए इसमें शहद मिला सकते है।