थकान, पेट में दिक्कत, लाल हथेलियां, नाखून पीला होना, यूरिन का अत्यधिक पीला होना, शरीर का पीला पड़ जाना। इसके अलावा नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर रोग के स्किन पर कुछ ऐसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं, जिससे पता चलता है कि आपकी स्थिति बहुत खतरनाक है।
इस रोग की शुरूआत में किसी तरह के लक्षण दिखाई नहीं देते। आंख, यूरिन और नेल्स के साथ पूरा शरीर धीरे-धीरे पीला पड़ने लगता है। और जब यह स्थिति अधिक गंभीर हो जाती हैं तो स्किन पर स्पाइडर वेन्स दिखाई देते हैं। यह स्पाइडर वेन्स आपको फाइब्रोसिस, लिवर कैंसर, सोरोसिस आदि में दिखाई देती हैं।
स्पाइडर वेन्स जिन्हें स्पाइडर एंजियोमा सिरोसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह लिवर में मौजूद फैट मॉलिक्यूल्स की विशेषता है जो रक्त संचार को बहुत धीमा कर देती है। इसकी वजह से ही रक्त के दबाव में वृद्धि होती है और रक्त के थक्के बनने लग जाते हैं और इसी से वैरिकाज़ नसों का निर्माण होता है। ऐसे में जब स्पाइडर वेन्स त्वचा पर दिखाई देती हैं।
यह स्पाइडर वेन्स बेहद छोटी, डैमेज और नीले या लाल रंग की होती हैं जो आपको स्किन के ऊपर ही दिखाई देती हैं। यह आपको फैटी लिवर की एडवांस स्टेज या लिवर के सोरोसिस के दौरान ही दिखाई दे सकती है। आमतौर पर यह कमर,कंधे और चेहरे पर ही नजर आती हैं। यह समस्या उन लोगों को अधिक होती है जो पतले तो हैं लेकिन उनके पेट में बहुत ज्यादा फैट मौजूद है।
जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, लीवर में सूजन आ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH) हो जाता है। इसके बाद फाइब्रोसिस और सिरोसिस होता है, जहां लीवर खराब हो जाता है और अपरिवर्तनीय रूप से क्षतिग्रस्त हो जाता है। लिवर सिरोसिस की भी समस्या होने लगती है।