आमतौर पर पुरुषों को महिलाओं की तुलना में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया होने का खतरा दोगुना होता है। एक शोध पत्र के अनुसार भारतीय पुरुषों में विभिन्न अनुभागीय अध्ययनों में वयस्कों में 13.7% और शहरी मध्यम आयु वर्ग के पुरुषों में 7.5% की ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया होने व्यापकता पाई गई। एक अनुमान के मुताबिक भारत में करीब 2 करोड़ पुरुषों को स्लीप एप्नीया की समस्या है। इसके लक्षणों में खर्राटे लेना, रात को मूत्र त्याग के लिए बार-बार उठना, सुबह में सिरदर्द या जागने पर मुंह सूखने की समस्या आदि शामिल हैं। जिससे अगला दिन थकान व आलस में बितता है।
रोकथाम : लक्षण दिखने पर जनरल फिजिशियन और ईएनटी विशेषज्ञ से चेकअप कराएं व उनके निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।
कुछ मामलों में यह बीमारी आनुवांशिक होती है लेकिन जरूरी नहीं कि फैमिली हिस्ट्री होने पर ही हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत हो।
रोकथाम : सही डाइट और एक्सरसाइज इसकी रोकथाम का बेहतरीन उपाय है। फैमिली हिस्ट्री हो तो अतिरिक्त सावधानी बरतें। विशेषज्ञ के परामर्श के मुताबिक खानपान तय करें।
पुरुषों में मृत्यु का एक बड़ा कारण कोलन कैंसर यानी बड़ी आंत का कैंसर भी है। समय पर इसका पता चल जाए तो इलाज संभव है।
रोकथाम : 50 वर्ष की उम्र के बाद हर 10 साल में कोलोनस्कॉपी करवानी चाहिए। फैमिली हिस्ट्री है तो यह जांच पहले ही करा लें।
हृदय रोग
महिलाओं की तुलना में पुरुषों को हृदयरोग ज्यादा होते हैं। फैमिली हिस्ट्री होने पर तो खतरा और भी बढ़ जाता है।
रोकथाम : नियमित व्यायाम करें। फिजिशियन से चेकअप कराएं और जरूरत पडऩे पर आवश्यक टैेस्ट भी करवाएं।
मोटापा और फैमिली हिस्ट्री उच्च रक्तचाप के दो प्रमुख कारण हैं। तनाव या एंग्जायटी भी हाई ब्लड प्रेशर का सबब बन सकती है।
रोकथाम : वजन घटाएं। नमक कम खाएं और अनुशासित जीवनशैली का पालन करें। समय पर सोएं, खाएं और पर्याप्त नींद लेकर चिंतामुक्त जीवन बिताएं।