यदि आपका
लिवर (Liver) खराब हो जाता है तो इसका प्रभाव पूर शरीर पर पड़ सकता है। लिवर शरीर का सबसे मजबूत अंगों में से एक होता है और यह छोटी मोटी समस्याओं को खुद से ठीक कर लेता है। लेकिन यदि आप लंबे समय तक अस्वस्थ जीवनशैली, गलत आहार और कुछ स्वास्थ्य समस्याएं रहती है तो इससे लिवर को गंभीर नुकसान हो सकता है।
4 signs that appear when the liver is damaged : 4 संकेत जो लिवर डैमेज होने पर दिखते हैं
उल्टी और जी मिचलाना यदि लिवर (liver) में कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो सबसे पहले मरीज को जी मिचलाने और उल्टी की अनुभूति हो सकती है। यदि आपको ऐसा अनुभव हो रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, पॉटी या उल्टी में खून आना लिवर के नुकसान के गंभीर संकेत हैं। लिवर की खराबी के कारण भूख में कमी आ सकती है और वजन तेजी से घटने लगता है। नींद की समस्या : Liver kharab ke lakshan
आजकल नींद न आने की समस्या बहुत से लोगों में देखने को मिल रही है, लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि यह समस्या लिवर से भी संबंधित हो सकती है। यह लिवर के नुकसान का संकेत हो सकता है। यदि नींद की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, नींद से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए तुरंत चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।
पेट में सूजन की समस्या क्रोनिक लिवर क्षति के कारण आपको पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। इससे पेट में दर्द, गैस और एसिडिटी की अधिकता जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यदि आपको पेट के आस-पास हल्की सूजन का अनुभव हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। यह लिवर क्षति का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में पेट काफी बड़ा दिखाई देता है।
पैरों में सूजन की समस्या लिवर (liver) के क्षति होने पर लिवर के कार्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके परिणामस्वरूप पैरों में अत्यधिक तरल पदार्थ का संचय होने लगता है, जिससे पैरों के चारों ओर सूजन उत्पन्न होती है। यदि आपको भी पैरों में सूजन का अनुभव हो रहा है, तो इस विषय में डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।