अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम नियमित किया जाए तो रक्त संचार बढ़ेगा।
उचित नींद जरूरी
इसके लिए रात को सोने से पहले नाक में गाय का घी डालें। पैरों को थोड़ी देर गर्म पानी में डालकर रखें। उसके बाद सोएं तो नींद अच्छी आएगी।
अर्जुन की छाल है कारगर
छाल का पाउडर, काढ़ा या छाल को पानी में भिगोकर जैसे भी लिया जाए यह हृदय रोग में काम आती है।
गर्म पाद स्नान भी प्रभावी है। सिर को गीला कर एक गिलास पानी पीएं। पैरों को गुनगुने पानी में रखें। ऊपर से कंबल ओढ़ लें। उसके बाद सिर पर गीला तौलिया रखें और धीरे-धीरे पानी डालते रहें। पसीना आने पर ठंडे पानी में निचोड़े हुए कपड़े से शरीर को पोछें। पैरों को गुनगुने पानी से निकालकर सामान्य पानी में रखकर निकाल लें व सूखे तौलिए से पोंछें।
- डॉ. रमाकांत शर्मा, प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ