scriptपिंपल्स हैं तो कब्ज से बचें, त्वचा रोगों में, पंचकर्म से मिलता है लाभ | in ayurveda and panchkar skin disease is curable | Patrika News
स्वास्थ्य

पिंपल्स हैं तो कब्ज से बचें, त्वचा रोगों में, पंचकर्म से मिलता है लाभ

पत्रिका की ओर से पाठकों के लिए खास पहल ‘लाइफलाइन’ में हर दिन काफी संख्या में सवाल पूछे जाते हैं। इसमें फेसबुक लाइव शो भी किया जा रहा है। इस साप्ताहिक फेसबुक लाइव में दर्शकों ने सेहत से जुड़े अनेक सवाल किए जिनके जवाब शो में एक्सपर्ट पैनल दिए। चुनिंदा सवालों के जवाब यहां दिए जा रहे हैं।

Jun 07, 2020 / 01:28 pm

Hemant Pandey

पिंपल्स हैं तो कब्ज से बचें, त्वचा रोगों में, पंचकर्म से मिलता है लाभ

पिंपल्स हैं तो कब्ज से बचें, त्वचा रोगों में, पंचकर्म से मिलता है लाभ

सवाल: कुछ समय से मेरे चेहरे पर पिंपल्स हो रहे हैं। इनमें दर्द और पस भी आता है? मुस्कान रावत, 20 वर्ष
जवाब: फास्ट-जंक और स्ट्रीट फूड, ऑयली, मीठा, बेसन-मैदा वाली चीजें न खाएं। धूल से बचें। दिन में माइल्ड साबुन से चेहरे को 5-6 बार धोएं। एंटीबैक्टीरियल हर्बल क्रीम लगा सकती हैं। यह पित्त दोष के कारण होता है। इसमें पंचकर्म विरेचन किया जाता है। कब्ज न रहने दें। इसमें त्रिफला, छोटी हरड़ आदि का चूर्ण और कुछ तरह का पीने का काढ़ा देते हैं। डॉक्टरी सलाह से इनको लें। लाभ मिलेगा।
सवाल: पिछले छह माह से फंगल इंफेक्शन की समस्या है। इलाज के बाद भी आराम नहीं मिल रहा है? संजीव सिंह, बीकानेर
जवाब: यह संक्रमण है जो एक से दूसरे में फैलता है। दूसरों के कपड़े-तौलिए का इस्तेमाल न करें। कपड़े गर्म पानी में धोएं। शरीर में नमी न होने दें। पसीने से बचें। गंधक रसायन, आइअपल, तिक्कतकसाय और मरिचादी तेल इसमें लगाते हैं। इनसे आराम न मिले तो पंचकर्म शोधन करवाते हैं।
सवाल: मेरी मां की उम्र 52 वर्ष है। वह 25 वर्ष से गठिया से पीडि़त हैं। क्या बर्फ के सेंक से लाभ मिलेगा? -अजय कुमार
जवाब: यह परेशानीकफ और आमवात के कारण होती है। इसमें अग्रिदीपन आम पाचन करते हैं। जोड़ों पर तेल से जानूवस्ती और वइतरणवस्ती करते हैं। दवा में पंचकोल चूर्ण, चित्रकारी वटी, सिम्हानाद गुग्गुल और महारसनादि काढ़ा देते हैं। पंचगुण तेल और महानारायण आदि तेल भी लगा सकते हैं। गर्म सेंक करें।बर्फ से जकडऩ बढ़ेगी।
सवाल: पूूरे शरीर में लाल व काले तिल व मस्से हो गए हैं। क्या करें? -शिवराज
जवाब: जलन-खुजली या बुखार के बाद तिल या मस्से आते हैं तो पित्त प्रकृति कारण है। इसमें विरेचन कर्म के साथ कुछ औषधियां खाने व लगाने के लिए देते हैं। अगर बिना खुजली, जलन या बुखार के साथ निकलते हैं तो वात से होते हंै। इसमें बेसन, मैदा, दही कम खाएं। कब्ज न हो दें। पंचकर्म का वमन कर्म कराते हैं। गुग्गुल पित्तक कसाय, वर्णानिधक कसाय आदि खाने की भी दवाइयां भी देते हैं।
सवाल: वजन बढ़ गया है। इसे कैसे कम कर सकते हैं? कई पाठक
जवाब: मोटापा कम करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। पंचकर्म में वमन-विरेचन और वस्ती करते हैं। इनसे भी वजन कम होता है। साथ ही हैल्दी डाइट और रोजाना व्यायाम करना होता है। चीनी, मैदा, बेसन, दही, दूध, आलू, मटर, अरबी न खाएं। छाछ, हरी मौसमी सब्जियां-फल ज्यादा मात्रा में लेना होता है। खूब पानी भी पीएं।
सवाल: 10-12 वर्षों से चश्मा लगा है। आंखों में दर्द होता है। डॉक्टर ने रेटिनोपैथी बताया है? -नितेंद्र चौहान
जवाब: ज्यादा समस्या है तो सर्जरी करवा सकते हैं। आयुर्वेद में अक्क्षितर्पण करते हैं। इसमें त्रिफला घ्रीत को आंखों में डालते हैं। इससे आंखों की ऑप्टिक नर्व मजबूत होती हैं। साथ में कुछ खाने की दवाइयां भी देते हैं। इससे भी लाभ मिलता है।

Hindi News / Health / पिंपल्स हैं तो कब्ज से बचें, त्वचा रोगों में, पंचकर्म से मिलता है लाभ

ट्रेंडिंग वीडियो