1. पेरिओरिबिटल हाइपरपिग्मेंटेशन एक ऐसी समस्या है जिसमें आंखों के नीचे काले घेरे हो जाते हैं। क्योंकि यह समस्या आयरन की कमी से भी हो सकती है। इसलिए इस स्थिति में आयरन का महत्वपूर्ण स्रोत माने जाने वाला पालक शरीर में आयरन की कमी को पूरा करके आंखों के नीचे काले घेरे की समस्या में आराम पहुंचा सकता है।
2. गर्भवती महिलाओं के शरीर में अक्सर खून की कमी हो जाती है तो उस स्थिति में पालक में मौजूद आयरन शरीर में खून की कमी जैसी समस्याओं को दूर करता है। एक गर्भवती महिला के शरीर के लिए आवश्यक कई पोषक तत्वों की पूर्ति पालक द्वारा की जा सकती है। यही नहीं पालक माँ के शरीर में दूध को भी बढ़ाता है।
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3. वजन घटाने वाले लोगों के लिए भी पालक का जीवन बेहतर माना जाता है, क्योंकि पालक में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है तथा साथ ही यह पोषण से भरपूर भी होता है। पालक खाने से पूरे दिन आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। जिससे आपको बार-बार भूख नहीं लगती और आप गलत खाने से बचते हैं।
4. हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए पालक में मौजूद विटामिन के काफी अच्छा होता है। पालक के सेवन से हमारी हड्डियों में कैल्शियम की कमी भी दूर होती है।
5. आजकल कील मुहांसों की समस्या काफी बढ़ती जा रही है। हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन-सी की कमी से मुहांसों की समस्या बढ़ रही हो, तो उस स्थिति में विटामिन-सी युक्त पालक का इस्तेमाल आपको फायदा पहुंचाएगा।
6. जब शरीर के टिश्यू में कैल्शियम जमा होने लगता है तो टिश्यू कठोर हो जाते हैं। इस प्रक्रिया को कैल्सीफिकेशन कहा जाता है। कैलशिफिकेशन की प्रक्रिया को रोकने के लिए आयरन कारगर होता है। इसलिए आयरन का अच्छा स्रोत कहा जाने वाला पालक इस स्थिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा पालक में ऑक्जेलिक एसिड होता है जो कैल्शियम को अवशोषित होने से रोकता है।