दालचीनी वाला दूध के अद्भुत फायदे : Cinnamon Milk Benefits
डाइजेशन सही करें दालचीनी से पाचन एंजाइम्स एक्टिव होते हैं। ऐसे में इसका सेवन भोजन का पाचन बेहतर बनाता है। इसका सेवन गैस, कब्ज और पेट फूलने जैसी समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है। साथ ही दूध (Cinnamon Milk Benefits) में मौजूद प्रोबायोटिक्स गट हेल्थ को बढ़ावा देते हैं। इम्युनिटी बढ़ाए दालचीनी में मौजूद एटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं। साथ ही इसका सेवन सर्दी, जुकाम और अन्य इन्फेक्शन्स में फायदेमंद होता है।
नींद बेहतर करें दालचीनी में मौजूद मैग्नीशियम नाव को कम करने और नींद को बेहतर बनाने में मददगार होता है। दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो सेरोटोनिन का प्रोडक्शन बढ़ाता है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो नींद को कंट्रोल करता है। ऐसे में यदि आप दोनों (Cinnamon Milk Benefits) को मिलाकर पीते हैं तो इससे आपको गहरी और सुकून भरी नींद आ सकती है।
हड्डियों को मजबूत करें दालचीनी में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स भरपूर मात्रा होते हैं। ऐसे में कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में बड़ा रोल प्ले करता है। साथ ही दूध में भी कैल्शियम अच्छी मात्रा में होता है होता है। ऐसे में इन दोनों का सेवन बोन डेंसिटी को बढ़ाता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
वजन कम करने में मददगार दालचीनी वाला दूधे को वेट लॉस के लिए फायदेमंद माना जाता है। दालचीनी में मौजूद कुछ यौगिक ब्लड शुगर के स्तर को काबू करने में मदद करते हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं। ऐसे में यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर वजन घटाने में मदद कर सकता है।
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद दालचीनी को ब्लड प्रेशर को कम करने, बैड कोलेस्ट्रॉल से छुटकारा दिलाने और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मददगार माना जाता है। यह दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।
दालचीनी वाला दूध बनाने की विधि
दालचीनी वाला दूध (Cinnamon Milk Benefits) बनाने के लिए एक गिलास दूध को गरम करें, समें आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं, चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं, इसे अच्छी तरह मिलाकर गर्म-गर्म पिएं। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।