– इस तरीके में इनहेलर या नेबुलाइजर से लिए जाने वाले सेंसर और पेपर टेस्ट स्ट्रिप का इस्तेमाल होता है।
– यह तरीका गरीब देशों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
– मुझे उम्मीद है कि यह अनुवाद आपके लिए मददगार रहा।
(IANS)
एमआईटी की एक भारतीय मूल की इंजीनियर ने फेफड़ों के कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए एक नया तरीका खोजा है। इसमें मरीज को छोटे सेंसरों को इनहेलर या नेबुलाइजर के जरिए लेने होंगे, ये सेंसर फेफड़ों तक जाएंगे और कैंसर से जुड़े प्रोटीन को ढूंढेंगे। अगर उन्हें कैंसर के प्रोटीन मिलते हैं तो वे एक सिग्नल भेजेंगे, जो मूत्र में जमा हो जाएगा। इस मूत्र का टेस्ट एक साधारण पेपर टेस्ट स्ट्रिप से किया जा सकेगा।
•Jan 07, 2024 / 10:07 am•
Manoj Kumar
inhalable sensors to detect lung cancer
Hindi News / Health / सांस लें, टेस्ट दें, चिंता छोड़ें : फेफड़ों का कैंसर अब नाक से पकड़ा जाएगा