विशेषज्ञों के अनुसार, स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, पौष्टिक भोजन खाकर, व्यायाम करके और नियमित रूप से आंखों की जांच कराने से अंधापन के खतरे को कम किया जा सकता है। भारत 1960 से नेत्रहीनता निवारण सप्ताह मना रहा है।
आंखें ही हमारा सब कुछ हैं Eyes are our everything देखना हमारी सबसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक है। इसके बिना हम सीख नहीं सकते, चल नहीं सकते, पढ़ नहीं सकते, और न ही काम कर सकते। भारत में लगभग 1 करोड़ लोग अंधे हैं और दुनिया भर में यह संख्या 3.7 करोड़ के करीब है। अंधापन रोकने के लिए जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 1 से 7 अप्रैल तक नेत्रहीनता निवारण सप्ताह मनाया जाता है।
अंधापन रोकथाम सप्ताह का इतिहास History of Blindness Prevention Week नेशनल सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ ब्लाइंडनेस वीक (NSPB) की स्थापना 1960 में हुई थी। यह स्वयंसेवी संस्था है जो दान के माध्यम से धन प्राप्त करती है। NSPB अन्य बड़ी कंपनियों के साथ मिलकर काम करता है। इसका उद्देश्य 2020 तक Avoidable blindness को खत्म करना है।
अंधापन की परिभाषा Definition of blindness अंधापन देखने की क्षमता का पूरी तरह या आंशिक रूप से खोना है। कुछ मामलों में तो व्यक्ति प्रकाश भी नहीं देख सकता। चश्मे, कॉन्टेक्ट लेंस या ऑपरेशन से भी ठीक नहीं हो पाता। अचानक दिखाई देना बंद कर देना गंभीर है और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
अंधापन के प्रकार Types of blindness पूर्ण अंधापन और आंशिक अंधापन के अलावा, तीन अन्य प्रकार के अंधापन हैं: वर्णांधता (कलर ब्लाइंडनेस): कुछ रंगों को पहचानने में परेशानी।
रात्रि अंधापन: रात में या कम रोशनी में देखने में कठिनाई।
हिम अंधापन (स्नो ब्लाइंडनेस): सूर्य की परा紫外線 किरणों के अत्यधिक संपर्क के कारण दृष्टि का कम होना। धूप का चश्मा पहनकर इससे बचा जा सकता है।
अंधापन के कारण Due to blindness दुनिया भर में अंधापन के मुख्य कारण ये हैं: – मोतियाबिंद (Cataract)
– शुगर की बीमारी (Diabetic Retinopathy)
– मोतियाबिंद (Glaucoma)
– उम्र बढ़ने के कारण होने वाली आंखों की बीमारी (Age-related macular degeneration)
भारत में अंधापन Blindness in india भारत में अंधापन एक बड़ी समस्या है। इसके मुख्य कारणों में मोतियाबिंद, दूर-दराज की दृष्टि में समस्या (uncorrected refractive errors) और ग्लूकोमा शामिल हैं। अनुमानित रूप से भारत में अकेले अंधापन के कारण होने वाला आर्थिक नुकसान 84,500 करोड़ रुपये है।
अंधापन के इलाज में नई तकनीक New technology in the treatment of blindness आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑगमेंटेड रियलिटी और मशीन लर्निंग की मदद से अंधेपन के इलाज में काफी तरक्की हुई है। स्मार्ट चश्मा (Smart Eye-wear): OrCam MyEye Pro नामक चश्मा अंधे लोगों की मदद करता है। यह आसपास की दुनिया का विश्लेषण करके बताता है।
स्मार्ट स्टिक (Smart Walking Sticks): CU बोल्डर के इंजीनियरों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके नेत्रहीनों के लिए एक स्मार्ट स्टिक बनाई है। यह उन्हें रास्तों पर चलने में मदद करती है।
आंख का कृत्रिम अंग (Prosthetics): भविष्य में आंख का कृत्रिम अंग अंधापन का इलाज करने में मदद कर सकता है।
आनुवंशिक अंधापन का इलाज (Inherited Blindness Restoration): कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया है कि आनुवंशिक अंधापन से कुछ हद तक दृष्टि वापस लाई जा सकती है।