एक अनाज को जब दूसरे अनाजों के साथ मिक्स किया जाता है उसे मल्टीग्रैन आटा कहा जाता है। ये कई सारे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन्स की मात्रा भरपूर तरीके से पाई जाती है। ये सेहत को स्वस्थ बना के रखने में सहायक होता है। आपको भी मल्टीग्रैन ग्रीन आटे को अपने रोजाना कि डाइट में शामिल करना चाहिए ताकि सेहत को अनेकों फायदे मिल सके।
यदि आप मल्टीग्रैन आटा को घर पर बनाने की सोंच रहे हैं तो ये आसानी से तैयार हो सकता है। इसके लिए आपको बताई जा रही सारी चीजें बराबर की मात्रा में ही लेनी हैं। इसको तैयार करने के लिए आप मक्का, जौ, सोयाबीन, चना, बाजरा सभी चीजों को मिलाकर तैयार कर सकते हैं। वहीं आप अपनी इच्छा के अनुसार चीजों को कम या ज्यादा भी कर सकते हैं। सेहत को स्वस्थ रखने के लिए आप इस आटा को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
यदि आप भी सामान्य आटा की जगह मल्टीग्रैन आटा को अपने डाइट में शामिल करते हैं तो इससे शरीर को अनेकों फायदे मिल सकते हैं। मल्टीग्रैन आटा की बात करें तो इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये ब्लड में शुगर को बढ़ने से रोकने में मददगार साबित होता है। यदि आप शुगर के पेशेंट हैं तो आपको मल्टीग्रैन आटा को जरूर अपनी रोजाना कि डाइट में शामिल करना चाहिए। ताकि ये लंबे समय तक शरीर को स्वस्थ बना के रखने में सहायक साबित हो सकता है।
यदि आप वजन के बढ़ने से परेशान हैं तो आप मल्टीग्रैन आटा को अपनी डाइट में इस्तेमाल कर सकते हैं। गेहूं का आटा आमतौर पर वजन को बढ़ाने का काम करता है इसलिए मल्टीग्रैन वेट कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद माना जाता। इसमें आप जौ, बाजरा, चना आदि पोषक तत्वों को मिलाकर तैयार कर सकते हैं। इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है वहीं इसमें कैलोरी की मात्रा भी बहुत कम होती है। फाइबर की भरपूर मात्रा होने के कारण आपको ये लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होने देता है। वहीं इसे डाइट में शामिल करने से आप ज्यादा खाने से भी बचते हैं।
यदि आप मल्टीग्रैन आटा को अपने डाइट में शामिल करते हैं तो इससे आपका पाचन लंबे समय तक दुरुस्त रहता है। इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो पाचन शक्ति को ठीक बना के रखने में मददगार साबित होता है। यदि आप पेट से जुड़ी समस्या से परेशान रहते हैं जैसे कि कब्ज, पेट में गैस की समस्या, पेट दर्द होना, पेट फूलना आदि तो आपको मल्टीग्रैन आटा को अपनी रोजाना कि डाइट में शामिल करना चाहिए। इसमें अनेको ऐसे तत्व पाये जाते हैं जो आपके पाचन को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं।
यदि आपके मसल्स में पेन बना रहता है तो आपको मल्टीग्रैन आटे को अपने डाइट में इस्तेमाल करना चाहिए। इसमें आप जौ,गेहूं और सोयाबीन को मिला कर सेवन कर सकते हैं। मल्टीग्रैन आटा प्रोटीन का एक बेस्ट सोर्स होता है। ये प्रोटीन की मात्रा को शरीर में बना के रखने में सहायक होता है। इसके रोजाना सेवन से आपका मसल्स पेन दूर हो जाता है क्योंकि अनेकों तरीके के तत्व पाए जो मसल्स के साथ सेहत को भी स्वस्थ बना के रखने में बहुत ही ज्यादा सहायक होते हैं। इसलिए इसे सामान्य आटे की जगह डाइट में जरूर शामिल करें।
यदि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा है तो ऐसे में मल्टीग्रैन आटा बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है। इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल दोनों की मात्रा ही कम होती है। वहीं इसमें फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है और इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। इसलिए ये शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में सहायक होता है। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा होने पर आपको गेहूं से बनी रोटी को अवॉयड करना चाहिए इसकी जगह मल्टीग्रैन आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें चना, बाजरा, जौ आदि चीजें होती हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने से रोकती है।