इनोवियो डीएनए वैक्सीन परीक्षण के लिए चुने गए वॉलंटीयर के शरीर में एक विशेष रूप से डिजायन किया गया प्लास्मिड या एक छोटी आनुवंशिक संरचना को इंजेक्ट करेंगे। ताकि उनकी कोशिकाएं एक विशिष्ट संक्रमण से लडऩे के लिए जरूरी एंटीबॉडी का उत्पादन कर सकें। गौरतलब है कि पशु चिकित्सा में विभिन्न जानवरों मेंसंक्रमण के इलाज के लिए अनुमोदित डीएनए टीके अभी तक मानव उपयोग के लिए अनुमोदित नहीं किए गए हैं। कंपनी ने इससे पहले मर्स (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिस्टम) के लिएभी डीएनए वैक्सीन तैयार कर चुकी है। कंपनी के इस टीकेने आशाजनक परिणाम दिखाए थे।
मानव पर कोरोना वैक्सीन के परीक्षण का यह दूसरा अवसर है। हालांकि अभी उपयोग के लिए कोई भी व्यापक मंजूरी या अनुमोदन कम से कम १२ से 18 महीने दूर हैं लेकिन जिस गति से मानव परीक्षण शुरू हो रहे हैं, उससे यह उम्मीद जरूर बंधी है कि हमें इससे बहुत अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।