हरदा शहर (harda) से से मगरदा रोड पर स्थित सोमेश फायरवर्क्स पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार की सुबह अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद बारूद और पटाखों में भी आग लग गई। इस दौरान भीषण धमाके होने लगे। देखते ही देखते फैक्ट्री और आसपास 100 मीटर का इलाका नष्ट हो गया। धमाके इतनी तेज थे कि आसपास के 100 मीटर के दायरे में जो भी था वो नष्ट हो गया। जबकि हरदा के आसपास की तहसीलों तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। आग इतनी भयानक थी कि कई किलोमीटर दूर से ही लपटें दिखाई दे रही थी और धुएं का गुबार 20 किलोमीटर दूर से भी नजर आ रहा था।
बताया जा रहा है कि जब फैक्ट्री में आग लगी तब वहां 150 से अधिक कर्मचारी वहां काम कर रहे थे। 14 मौतों की खबर है वहीं, 100 से अधिक लोगों के घायल होने के समाचार हैं। बताया जा रहा है कि कई शहरों में भेजे गए गंभीर घायलों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
मृतकों के परिजनों को 6-6 लाख की आर्थिक सहायता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि हरदा की पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई जनहानि से मैं व्यथित हूं । जिन्होंने अपनों को खो दिया, मैं उन सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। जो घायल हैं, उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। सभी प्रभावितों को स्थानीय प्रशासन सहायता कर रहा है। मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।मध्यप्रदेश भी देगा आर्थिक मदद इधर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी मुआवजे का ऐलान किया है। मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन की टीम एक्टिव है। 50 से अधिक एंबुलेंस तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। घायलों का तुरंत नजदीकी अस्पताल में इलाज किया जा सके, इसके लिए इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद में डाक्टरों की टीम तैनात की गई है। इसके साथ ही घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। हादसे में मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि:शुल्क और समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। बाबा महाकाल से सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
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100 मीटर दूर तक गिरे शरीर के टुकड़े, हर तरफ बिखरीं लाशें, चीख-पुकार
हरदा में फैक्ट्री ब्लास्ट में 14 की मौत, 400 लोग अब तक लापता, मरने वालों में सिर्फ राहगीर
हरदा की पटाखा फैक्टरी में हुए भीषण विस्फोट के बाद सियासत गर्मा गई है। मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार (umang singhar) ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार ने पेटलावद कांड के बाद सबक नहीं लिया। हरदा में जिस फैक्टरी में यह हादसा हुआ वो ब्लैक लिस्टेड थी। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए कि उसे किस मंत्री के दबाव में खोला गया था? रहवासी क्षेत्र में कैसे संचालित हो रही थी और पुलिस-प्रशासन को क्या इसकी जानकारी नहीं थी। उमंग सिंगार ने इस घटना की जांच के लिए एक समिति का भी गठन किया है।
हरदा घटना पर एक्शन में सरकार
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड के अरविंद कुमार हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए हैं। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए।
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह, ACS अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएप की टीमें और आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को हरदा रवाना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घायलों के बेहतर उपचार के लिए भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है।
देवास से भेजी एंबुलेंस
हरदा में हुए भीषण हादसे के बाद आसपास के जिलों से भी मदद भेजी जा रही है। देवास जिले के कलेक्टर ऋषभ गुप्ता के निर्देश पर देवास जिले के नेमावर, खातेगांव, कन्नौद, सतवास से भी फायर ब्रिगेड हरदा रवाना की गई हैं। मेडिकल टीमें भी हरदा रवाना कर दी गई हैं। साथ ही खातेगांव अस्पताल में भी डाक्टरों को मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं।
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
हादसे में अब तक 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हैं, जबकि गंभीर घायलों को आसपास के जिलों में भेजा जा रहा है। फैक्ट्री में आग लगने के बाद एक युवक घटना का वीडियो मोबाइल से बना रहा था, तभी तेज धमाके के कारण उसकी मौत घटनास्थल पर हो गई। इसी प्रकार से अन्य लोगों की भी लाशें फैक्ट्री के आसपास बिछ गई थीं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का दल घायलों को अस्पताल ले जा रहे हैं। जबकि मृतकों को हरदा के मर्चुरी में पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री काम चल रहा था। इस दौरान करीब 150 कर्मचारियों के वहां मौजूद होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सरकार ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया है। सीएम ने कैबिनेट बैठक के दौरान ही इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। जिसमें मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरी प्रशासन एवं विकास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सीएम ने कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह, ACS अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएप की टीमें और आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को हरदा रवाना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घायलों के बेहतर उपचार के लिए भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और aiims भोपाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।
यह हुई व्यवस्था
होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है। हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं, तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
भोपाल के अस्पतालों में तैयारी
हरदा से घायलों को भोपाल लाए जाने से पहले ही अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। हरदा में भोपाल से 20 एवं अन्य ज़िलों से कुल मिलाकर 115 एम्बुलेंस भेजी जा रही हैं। 3 अतिरिक्त एम्बुलेंस में बर्न संबंधी कंज्यूमेबल्स एवं दवाएँ भेजी जा रही है। मेडिकल कॉलेज भोपाल और मेडिकल कॉलेज इंदौर से चिकित्सकों की स्पेशल टीम हरदा भेजी गयी हैं। मेडिकल कॉलेज भोपाल में 50 बेड और एम्स भोपाल में 10 बेड दुर्घटना पीड़ित के लिए तैयारी कर रिज़र्व रखे गये हैं।