ग्रामीणों के लिए बनी मुसीबत की राह सूरतगढ रेल खंड पर रेलवे स्टेशन के सहजीपुरा सडक़ मार्ग के पास लाइन पर रेल फाटक नहीं होने से लोगों की दर्द भरी पीड़ा सामने आई है। इसके चलते अवैध रूप से लाइन पार करना ग्रामीणों के लिए मौत का सबब बना हुआ है। आधा दर्जन गावों को जोड़ने वाले सड़क मार्ग के पास रेल लाइन पर क्रासिंग सिग्नल नहीं होने से हादसों को दावत दे रहा है। रेलवे विभाग आए दिन इस रास्ते को बेरिकेटस लगाकर बंद करता है। लेकिन लोग इन्हे वापस हटाकर मजबूरी में रेल लाइन क्रोस करते दिखाई देते हैं। इस दौरान कई हादसे हो चुके हैं। एक ट्रक पटरी पार करते समय हादसे का शिकार हो गया था। इससे ट्रक के परखच्चे तक उड़ गए। इस दुर्घटना में दो जनो की मौत हो गई। हादसे के बाद आनन फानन में रेलवे अधिकारियों ने मौका जरूर देखा था।
आवाज उठाने वालों पर मुकदमें दर्ज ग्रामीणों ने कई बार रेल फाटक लगाने को लेकर आंदोलन किए हैं। पूर्व सांसद शोपतसिंह के नेतृत्व में आंदोलन से रेल फाटक मंजूर करने का आश्वासन मिला लेकिन, आंदोलनकारियों पर रेल विभाग ने मुकदमें दर्ज करवा दिए थे। केंद्र सरकार में मंत्री रहे सांसद निहालचंद ने हर चुनावी साल में रेल फाटक की समस्या हल करने का आश्वासन दिया। जो आज भी जस की तस है।
हादसों का मार्ग रेलवे क्रासिंग के अभाव में यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। ईंट भट्टे पास में होने से ट्रैक्टर ट्रॉलियां रेलवे लाइन में फंस कर पलट जाती हैं। ऐसा ही हादसा दो वर्ष पूर्व भी हुआ जब पशु चारे से लदी ट्रॉली रेलवे लाइन पार करते समय फंस कर पलट गई। जिसे एक घंटे तक बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। सतर्कता के चलते रेलगाड़ी को रोक लिया गया और बड़ा हादसा होने से टल गया।
जिम्मेदार बोले-जल्द होगा काम शुरू रेलवे के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस मार्ग पर प्रस्तावित अंडर ब्रिज के लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से हरी झंडी मिल चुकी है। देरी है तो राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन की।
पीडब्लूडी पीलीबंगा खंड के एईएन कर्मजीत धीगङा ने बताया कि इस मार्ग पर अंडर ब्रिज निर्माण के लिए प्रपोजल भेजा हुआ है। वित्तीय स्वीकृति का इंतजार है। स्वीकृति आते ही कार्य शुरू हो जायेगा।
जिला प्रमुख कृष्ण चोटिया ने बताया कि राज्य सरकार ने इस मार्ग पर अंडर ब्रिज के लिए बजट में घोषणा की थी। प्रकिया शीघ्र पूरी करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अब सिर्फ सैक्शन का इंतजार है ।