वहीं एक अन्य मामले में हनुमानगढ़ जिले के रावतसर पुलिस थाना क्षेत्र के गांव रामपुरा मटोरिया की विवाहिता की दहेज के लिए हत्या करने के मामले में आरोपी ससुराल पक्ष के लोगों को गिरफ्तार करने व थाना प्रभारी को हटाने की मांग को लेकर मंगलवार सुबह मृतका के पीहर पक्ष के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के गेट के समक्ष धरना लगा दिया। उन्होंने मांग न माने जाने तक विवाहिता के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। एसपी की ओर से 24 घंटे में जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देने पर पीहर पक्ष के लोग माने और धरना समाप्त किया। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। इससे पहले सोमवार को मृतका मंजू के शव का रावतसर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के मोर्चरी रूम में पोस्टमार्टम हुआ लेकिन पीहर पक्ष के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया था। साथ ही पीहर पक्ष ने रावतसर थाना प्रभारी पर उनके साथ सही व्यवहार नहीं करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की। देर रात तक मंजू के पीहर पक्ष के लोग रावतसर सीएचसी में डटे रहे। इसके बाद वे मंगलवार सुबह होते ही जिला मुख्यालय स्थित एसपी कार्यालय पहुंच गए और विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के प्रान्त संयोजक आशीष पारीक के नेतृत्व में गेट के सामने धरना शुरू कर दिया। मौके पर पुलिस का जाब्ता तैनात रहा। इस दौरान एसपी राशि डोगरा डूडी ने पीहर पक्ष के लोगों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वे शव का अंतिम संस्कार करवा दें। इस पर परिजनों ने धरना उठा लिया। इसके बाद वे रावतसर सीएचसी के मोर्चरी रूम में रखा मंजू का शव अंतिम संस्कार के लिए ले गए। हालांकि बताया जा रहा है कि इस मामले में रावतसर पुलिस ने आरोपी पति को सोमवार को मामला दर्ज होने के बाद ही राउंडअप कर लिया था।
गला घोंटकर हत्या करने के बाद शव पंखे पर लटकाने का आरोप
इस संबंध में सोमवार को अनिल पुत्र श्योपत राम नायक निवासी नगराना पीएस संगरिया ने रावतसर थाने में मामला दर्ज कराया था कि सोमवार अल सुबह करीब 5 बजे उसके बहनोई रामदास पुत्र चेतराम नायक निवासी रामपुरा मटोरिया ने चारपाई पर सो रही उसकी बहन मंजू की गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में शव को पंखे पर फंदा बनाकर लटका दिया। उसकी दूसरी बहन भी उसी घर में बयाही हुई है। उसकी दूसरी बहन संजू ने यह सब घटना अपनी आंखों से देखी। जब संजू अपनी बहन मंजू को बचाने के लिए चिल्लाई तो रामदास ने उसे धमकी दी कि अगर चिल्लाई तो वह उसकी भी गला घोंटकर हत्या कर देगा। अनिल ने आरोप लगाया कि मंजू का पति रामदास, ससुर चेतराम, सास रूकमा, ननद सरोज उसे व उसकी बहन मंजू से और दहेज की मांग करते थे। आए दिन मंजू को मारने की धमकी देते थे। इन्हें उकसाने में उसकी मौसी सास निवासी रामपुरा मटोरिया भी शामिल है। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर आईपीसी की धारा 304बी, 498ए, 406 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।